हरिद्वार। उत्तरांचल क्रिकेट एसोसिएशन हरिद्वार ने उत्तराखण्ड में अंडर 16 में पहली बार आर्यनगर निवासी चायना मेन लेफ्टहेड बाॅलर अनिकेत रहल का चयन होने पर खुशी जाहिर की। पंकज सहगल ने कहा कि जिस तरह से हरिद्वार से क्रिकेट प्रतियोगिता में खिलाड़ियों का चयन हो रहा है अगर उत्तराखण्ड को पहले मान्यता मिल जाती तो खिलाड़ी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोह मनवा कर नाम रोशन करेगे। अंडर 16 में अनिकेत के चयन होने से हरिद्वार के क्रिकेट प्रेमियों मंे भी हर्ष का माहौल बना हुआ है। उन्हांेने कहा कि खिलाड़ियों को अच्छे कोच मिलने चाहिए जिससे वह अपनी छुपी हुई प्रतिभा को और अधिक निखार सके। उन्होंने अनिकेत के उज्जवल भविष्य की कामना की। कोच प्रिंकल तोमर ने बताया कि अनिकेत का चयन टीम में मुख्य बाॅलर के रूप में हुआ है। उन्होंने कहा कि कुलदीप यादव भारतीय टीम में नजर आ रहे हैं वैसे भी अनिकेत भी जल्द अपनी प्रतिभा से हरिद्वार का नाम रोशन करेंगे। रोहन सहगल ने हर्ष जताते हुए कहा कि धर्मनगरी में खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है। अच्छे मैदान खिलाड़ियों को उपलब्ध कराये तथा अधिक से अधिक प्रतियोगिताएं आयोजित करायी जाये तो प्रतिभावान खिलाड़ी अपने खेल का अच्छा प्रदान कर सकंेगे। अनिकेत के माता ममता व पिता संजीव कुमार ने भी अपना आशीर्वाद देते हुए उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। अनिकेत रहल ने बताया कि माता-पिता एवं कोच प्रिंकल तोमर के सहयोग से ही उत्तराखण्ड अंडर 16 में चयन हो पाया। शिवडेल स्कूल में अध्ययन अनिकेत रहल सोशल मीडिया से काफी दूर रहते हैं। अनिकेत के चयन होने पर धर्मनगरी के खिलाड़ियों में हर्ष का माहौल बना हुआ है। इस अवसर पर अशोक कुमार वर्मा, प्रिंकल तोमर, बलराम यादव, विकास, निश्चल, रिंकेश शर्मा, राजीव शर्मा, प्रियवत तोमर, गौरव कुमार, सुधांशु जाटव, अशुमन, हर्षित, वेदान्त, निकित, हरीश वलेजा आदि ने अनिकेत को चयन होने पर बधाई दी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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