हरिद्वार। डेंगू मरीजों की संख्या अक्टूबर के आखिर में भी बढ़ता जा रहा है। एलाइजा जांच में 15 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो गई। अब कुल 458 मरीज डेंगू की पुष्टि हो गई। वहीं संदिग्ध मरीजों की संख्या भी 35 बढ़कर 1172 पहुंच गई। डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग के दावे असफल होते दिख रहे है। पिछले कुछ समय से तेजी से डेंगू पीड़ितों का आकड़ा बढ़ रहा है। यही वजह है कि जिला अस्पताल की ओपीडी में भी डेंगू मरीजों के आने का क्रम लगातार जारी है। स्वास्थ्य विभाग के सारे दावे और इंतजाम को धता बताते हुए डेंगू इस साल और विकराल रूप धारण कर चुका है। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। फिर कराए गए एलाइजा जांच में 15 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो गई। एलाइजा जांच में इनकी रिपोर्ट पॉजीटिव निकली है। डेंगू रोकथाम के सभी उपाय बेमानी साबित हो रहे हैं। हर दिन डेंगू का लार्वा तलाश कर नष्ट करने के बाद भी शहर से लेकर देहात तक हर दिन नये मरीज सामने आ रहे हैं। 35 नये डेंगू संदिग्ध मरीज चिह्नित हुए। अब इनकी संख्या बढ़कर 1172 पहुंच हुई। जिला अस्पताल की ओपीडी और पैथालोजी में डेंगू मरीजों की भीड़ रही। पैथालोजी में जांच को सैंपल देने के लिए मरीज अपनी बारी का इंतजार करते रहे। जिला मलेरिया अधिकारी गुरनाम सिंह ने बताया जांच में 15 और मरीज डेंगू पॉजीटिव पाए गए। एलाइजा पॉजीटिव मरीजों की कुल संख्या अब 458 हो गई है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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