हरिद्वार। शिव शक्ति सेवा समिति द्वारा मेला अस्पताल के डायलिसिस आईसीयू में नगर निगम पार्षद विनित जौली व समाजसेवी मनोज गिरि के आग्रह पर आठ रूम हीटर, ब्लोवर व विद्युत उपकरण प्रदान किए गए। कार्यक्रम में शिव शक्ति सेवा समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशुतोष पाण्डेय व रंजीत टिबरीवाल ने संयुक्त रूप में कहा कि मनुष्य का जीवन परमार्थ के लिए बना है परन्तु आधुनिक युग में मनुष्य केवल अपने आप में सिमट कर रह गया है। हमें मानव कल्याण की भावना को अपने जीवन में आत्मसात करनी चाहिए। हमें अपनी आने वाली पीढ़ी को मानव कल्याण के प्रति जागरूक करना चाहिए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित नगर निगम पार्षद अनिरुद्ध भाटी ने कहा कि शिव शक्ति सेवा समिति समाज के निर्बल वर्ग के लोगों की सेवा को समर्पित है। शिव शक्ति सेवा समिति ने मेला अस्पताल के डायलिसिस आईसीयू में भर्ती मरीजों को हांड कंपाने वाली सर्दी से बचने के लिए आठ रूम हीटर, ब्लोवर व विद्युत उपकरण प्रदान कर पुण्य का कार्य किया है। पार्षद विनित जौली व समाजसेवी मनोज गिरि ने संयुक्त रूप से कहा कि शिव शक्ति सेवा समिति किसी दिखावे व अन्य सहायता के केवल अपने संसाधनों से मानव कल्याण के कार्यों में बढ़-चढ़कर योगदान दे रही है। शिव शक्ति सेवा समिति के अध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा व महामंत्री परमजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि शक्ति सेवा समिति के सदस्यों द्वारा मेला अस्पताल के डायलिसिस आईसीयू में विजिट किया गया। जिसमें समिति द्वारा मरीजों को इस भीषण ठंड से बचाने के लिए समिति द्वारा रूम हीटर व ब्लोवर प्रदान किये जाये। इस दौरान डाॅ. अमित शुक्ला, डायलिसिस आईसीयू इंजार्च प्रदीप शर्मा, योगेन्द्र, सूरज, सुमित, कंचन, पवन अग्रवाल, ममता सेंगर, सुनील सिंह, वीरेन्द्र सिंह, रवि सागर, एकलव्य, दीपू चाणक्य, रूपेश शर्मा, अनुपम त्यागी, संदीप गोस्वामी, सूर्यकान्त शर्मा, आदर्श पाण्डेय, राकेश यादव, भारत नन्दा, मोनू सैन, अमित शर्मा, दीपांशु, बालेश्वर, राजेन्द्र, रमेश फौजी आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment