हरिद्वार। डीडीओ कोड बहाल करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे ऋषिकुल एवं गुरूकुल राजकीय आयुर्वेदिक कालेज के कर्मचारियों ने संयुक्त मोर्चे के बैनर तले कार्य बहिष्कार कर धरना दिया। संयुक्त कर्मचारी संघर्ष समिति के संयोजक शिवनारायण सिंह ने कहा कि कर्मचारी लंबे समय से डीडीओ कोड बहाल करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन विवि प्रशासन कुछ सुनने का तैयार नहीं है। भारी ठंड के बावजूद भी कर्मचारी पीछे हटने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि मांगे माने जाने तक आंदोलन जारी रहेगा। दिनेश लखेड़ा ने कहा कि कर्मचारियों की जायज मांगों के प्रति विवि प्रशासन गंभीरता नहीं दिखा रहा है। ऋषिकुल और गुरूकुल आयुर्वेदिक कालेज का चिकित्सा सेवा में विशेष योगदान है। रोगियों को उपचार प्रदान करने में चिकित्सकों के साथ कर्मचारी भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लेकिन कर्मचारियों की मांगों की अनदेखी कर अन्याय किया जा रहा है। कर्मचारी अब पीछे हटने वाले नहीं है। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द डीडीओ कोड बहाल किया जाना चाहिए। इस दौरान सुमन त्यागी, सुदामा जोशी, सुधा पाण्डेय, राहुल तिवारी, दिलबर सिंह सत्कारी, रमेश तिवारी, विनोद, बीना शुक्ला, ज्योति नेगी, दिनेश कुमार, नितिन कुमार, दीपक यादव, कल्लू, विनोद कश्यप, अनिल कुमार, रमेश पंत, मोहित मनोचा, ताजबर सिंह, लक्ष्मण प्रसाद वर्मा, आशुतोष गैरोला, जगजीत कैन्तुरा, बबलू, अरूण कुमार, आनन्दी शर्मा, कान्ता देवी, आनन्दी शर्मा, कला नेनवाल, शकुन्तला वर्मा, बीना मठपाल, नीता राणा, पूजा पोखरियाल, संध्या रतूड़ी, पूजा, चन्द्रकला, बाला देवी, बुगली, डोली, कुसुम, बिमला आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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