हरिद्वार। सिक्खों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह जी के 553 वें प्रकाश पर्व के अवसर पर शनिवार को सातवां विशाल नगर कीर्तन गोल गुरुद्वारा ज्वालापुर से दोपहर 12ः00 बजे शुरू होगा। नगर कीर्तन की जोरदार तैयारी की जा रही है। यह जानकारी श्री निर्मल संत पुरा के के प्रमुख और दशमेश सेवा समिति हरिद्वार के अध्यक्ष संत जगजीत सिंह शास्त्री महाराज ने दी। उन्होंने बताया कि नगर कीर्तन गुरुद्वारा ज्वालापुर से शुरू होकर भगत सिंह चैक ,बाबा श्री चंद्राचार्य चैक ,शंकर आश्रम, तहसील,आर्य नगर चैक,रामनगर,सिंहद्वार,कृष्णा नगर,सुखदेव कुटी,दादू बाग,निर्मल संतपुरा ,सर्राफा बाजार ,चैक बाजार से होता हुआ सती घाट कनखल में तीसरी पातशाही गुरुद्वारा गुरु अमरदास डेरा बाबा दरगाह सिंह में समाप्त होगा। नगर कीर्तन में विभिन्न झांकियां निकाली जाएंगी। साथ ही पंजाब के जालंधर की मशहूर गतका दल ही शामिल होंगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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