हरिद्वार। जिला पंचायत बोर्ड की बैठक चार जनवरी को बुलाई गई है। इससे पहले कार्यवाहक अध्यक्ष के तौर पर राव आफाक द्वारा दो बार बैठक बुलाई गई,लेकिन कोरम पुरा नही होने के कारण बैठक स्थगित करनी पड़ी। फिर उपचुनाव में भाजपा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष बनने के बाद फिर से 4जनवरी को बोर्ड की बैठक बुलाई गई है। दरअसल, भाजपा ने अध्यक्ष की कुर्सी भाजपा के सात सदस्यों के दम पर पाई है, जबकि बोर्ड में अधिकांश सदस्य बसपा, कांग्रेस और निर्दलीय हैं। अब देखते हैं कि उप चुनाव में बाजी मारने वाले अध्यक्ष चार जनवरी को बुलाई गई बोर्ड बैठक को संपन्न कराने में कहां तक सफल हो पाते हैं। ज्ञात रहे कि अक्टूबर में बसपा की जिला पंचायत अध्यक्ष सविता चैधरी को वित्तीय अनियमितताओं में बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बाद जिला पंचायत का संचालन करने के लिए उपाध्यक्ष राव आफाक अली को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया था। उन्होंने 28 नवंबर को विकास कार्यों के लिए जिला पंचायत बोर्ड की बैठक भी बुलाई थी, लेकिन वह कोरम पूरा कराने में नाकाम साबित होने पर बैठक नहीं करा पाए थे। अब भाजपा के सात सदस्यों के दम पर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पाने वाले सुभाष वर्मा की कड़ी परीक्षा आ गई है। दरअसल, चार जनवरी को फिर से जिला पंचायत बोर्ड की बैठक बुलाई गई है। इसमें सुभाष वर्मा को बैठक का कोरम पूरा कराने के लिए 22 सदस्यों की जरूरत होगी। इसके चलते उन्हें बसपा, कांग्रेस और निर्दलीय सदस्यों पर निर्भर रहना होगा। जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा का कहना है कि उन्हें सभी सदस्यों ने मिल-जुलकर जिताया है। इसलिए सदस्य विकास कार्यों के लिए बैठक संपन्न कराने में भी पूरा सहयोग करेंगे। अपर मुख्य अधिकारी एमएस राणा ने बताया कि बैठक में पहले कोटवाल आलमपुर सीट से निर्वाचित हुई सदस्य सोनिका को अध्यक्ष शपथ दिलाएंगे। इसके बाद बैठक में विकास कार्यों पर चर्चा की जाएगी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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