हरिद्वार। पिछले दो दिनो से कपकपाती ठंड से शुक्रवार को धूप निकलने से थोड़ी राहत मिली,लेकिन सर्द हवाओं के झौको ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर किया। सायंकाल होते होते फिर लोग अपने अपने घरों मंे कैद होना पड़ा। पिछले दो दिनों से कोहरा एवं सर्द हवाओं के बीच शुक्रवार को हल्की धूप निकली। हालांकि इससे शहरवासियों को कड़ाके की ठंड से कोई खास राहत नहीं मिली। दिनभर लोगों को कंपकंपाती ठंड का ही सामना करना पड़ा। सुबह 11 बजे तक लोगों को हाड़ कंपा देने वाली ठंड झेलनी पड़ी। इसके बाद धीरे-धीरे मौसम खुलना शुरू हुआ। सूर्यदेव ने दर्शन दिए, लेकिन धूप की चमक फीकी रही। इसके कारण शहरवासियों को कंपकंपाती ठंड से कोई खास राहत नहीं मिल सकी। वहीं दिन ढलने के बाद मौसम में ठंड का असर फिर से बढ़ने लगा। ठंड से बचने के लिए लोग गर्म कपड़ों में पैक नजर आए। जबकि, जगह-जगह अलाव भी जलाए गए। उधर, शुक्रवार को हल्की धूप निकलने के कारण दिन का तापमान गुरुवार की तुलना में बढ़ गया। अधिकतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से बढ़कर 14 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड हुआ। जबकि, न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment