हरिद्वार। अमृत योजना के अन्तर्गत मुखिया गली से लोकनाथ घाट तक पक्के नाले के निर्माण कार्य का क्षेत्रीय पार्षद अनिरूद्ध भाटी ने नारियल फोड़कर शुभारम्भ । इस अवसर पर पार्षद अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि लम्बे समय से मुखिया गली, पावन धाम मार्ग, आरटीओ तिराहा व कमलदास कुटिया के नागरिक वर्षाकाल में जल भराव की समस्या से परेशान रहते थे। वर्षाकाल में मुखिया गली चैक पर तीन-तीन फीट पानी भरा रहता था। इस समस्या के निदान के लिए शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने अमृत योजना के तहत समूचे उत्तरी हरिद्वार में नालों का निर्माण प्रारम्भ कराया है। उसी श्रृंखला में आज मुखिया गली से लोकनाथ घाट तक पक्के नाले का निर्माण कार्य प्रारम्भ हो रहा है। जिससे क्षेत्रवासियों को जल भराव की समस्या से मुक्ति मिलेगी। पार्षद विनित जौली व विदित शर्मा ने कहा कि सप्त सरोवर, भागीरथी नगर, भूपतवाला में जल भराव की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए युद्ध स्तर पर नालों का निर्माण कार्य अमृत योजना के तहत प्रारम्भ किया गया है। इस अवसर पर अमृत योजना की जेई इंदु, व्यापार मण्डल के अध्यक्ष विपिन शर्मा, भाजपा मण्डल अध्यक्ष वीरेन्द्र तिवारी, पूर्व महामंत्री तरूण नैयर, दीपांशु विद्यार्थी, सूर्यकान्त शर्मा, संदीप गोस्वामी, आदर्श पाण्डेय, भारत नन्दा, रूपेश शर्मा, विनोद पाठक, राकेश यादव, सचिन शर्मा, विशाल गुप्ता, ललित पुरी, अनुपम त्यागी, पूर्व सभासद डाॅ. प्रेमप्रकाश सतलेवाल, डाॅ. श्यामपुरी, जनेश्वर त्यागी, रामदयाल यादव, नीरज शर्मा, सचिन अरोड़ा, गुलशन भसीन, महंत मुकेश, दीप तिवारी, सुखेन्द्र तोमर, नरेन्द्र उपाध्याय, महंत देवेन्द्र गिरि, मान्धाता गिरि, उमेश शर्मा, दिनेश शर्मा, उमेश भारद्वाज, प्रमोद पाल, आशु काण्डवाल, मनोज पाल, आशु आहूजा, प्रदीप शर्मा, हंसराज आहूजा, दिनेश सैनी, आदित्य यादव, कमल त्यागी, सुरेन्द्र ठाकुर, रितेश वशिष्ठ, उमेश भारद्वाज समेत सैकड़ों क्षेत्रवासी व भाजपा कार्यकत्र्ता उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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