हरिद्वार। कनखल थाना क्षेत्र के कुम्हागढ़ा में चाकू लगने से हुए एक युवक की मौत हो गई। परिजनों ने पड़ोसियों पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने चार पड़ोसियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। उधर आसपास के लोगों ने पुलिस को बताया है कि युवक ने स्वयं अपने आप को चाकू मारा था। पुलिस ने युवक के शव को अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस के मुताबिक कुम्हारगढ़ा कनखल निवासी नतीश कुमार 20 पुत्र वीरू कनखल कुम्हारगढ़ा स्थित द्वारिका बिल्डिंग में किराए पर रहता था। गत गुरुवार रात को पुलिस को सूचना मिली की एक युवक को चाकू लगा है और उसके बंगाली अस्पताल ले जाया जा रहा है। सूचना मिलते ही कनखल एसओ हरिओम राज चैहान अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी जुटाई। आसपास के लोगों ने पुलिस को बताया कि नतीश कुमार को पड़ोसी एक युवक से गुरुवार की रात को विवाद हुआ था। जिसकी शिकायत करने वह अपने मकान मालिक से करने गया था। जहां दोबार विवाद हो गया और नतीश कुमार ने कई लोगों के सामने अपने सीने में चाकू घोंप लिया। शुक्रवार की सुबह उपचार के दौरान नतीश कुमार की मौत हो गई। नतीश के पिता ने पड़ोसी युवकों पर हत्या का आरोप लगाया है। जिस पर पुलिस ने चार युवकों को हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। एसओ हरिओम राज चैहान ने बताया कि प्रथमदृष्टया अपने आप चाकू सीने में मारने की बात सामने आ रही है। आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। वहीं बताया जा रहा है कि नतीश कुमार को बीते दो दिन पहले एक महिला से विवाद हुआ था। जिस पर पड़ोसी ने महिला का पक्ष लिया था। दो साल से किराए पर रह रहा था परिवार नतीश कुमार के पिता वीरू रिक्शा चलाने का काम करते है और दो साल से कुम्हारगढ़ा कनखल में किराए पर रह रहे थे। इसी मकान में कई और किराएदार भी रहते है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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