हरिद्वार। अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद हरिद्वार उत्तरी क्षेत्र की एक बैठक रामानुज कोट, खडखडी में प्रदेश अध्यक्ष मनोज गौतम की अध्यक्षतता में आयोजित की गई। कार्यक्रम का प्रारंभ भगवान परशुराम जी के चित्र पर माल्यण व कु.गन्तेला श्रावनी,कु. गन्तेला कीर्ति श्री द्वारा परशुराम स्तुति के साथ किया गया। प्रदेश संयोजक पं.बालकृष्ण शास्त्री ने परिषद् का विस्तार करते हुए उत्तरी क्षेत्र का पं. वासुदेव शर्मा संयोजक एवं पं. ओंकार पाण्डेय को प्रभारी नियुक्त किया है। उन्होने कहा कि परिषद के कार्यो की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा परिषद पूर्णतया गैरराजनैतिक संगठन है यह केवल ब्राह्मण समाज की एकता पर कार्य कर रही है। शीघ्र ही आॅनलाइन शिक्षा देने का कार्य करने जा रही है एवं परिषद की बेवसाइट पर वैवाहिक विज्ञापन निःशुल्क दिये जा रहे हैं जिससे ब्राह्मण युवककृयुवतियों को योग्य वरकृवधू आसानी से मिल रहे हैं। सभी ब्राह्मण बन्धु परिषद की वेबसाइट पर जाकर आॅनलाइन सदस्यता ले सकते हैं। बैठक में अनेक विद्वान बन्धुओं ने ब्राह्मणों की एकता किस प्रकार हो इस पर अपने सुझाव दिये। परिषद के प्रदेश अध्यक्ष मनोज गौतम ने कहा कि परिषद रोजगार एवं शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हम एक दूसरे के निरन्तर सम्पर्क में रहेंगे तो हमारे सभी कार्य भी आसानी से होंगे साथ ही यह भी निश्चित करें कि पहले परिषद के सदस्य बनें फिर मदद की जाय। उन्होंने कहा कि आगामी अप्रैल माह से कक्षा 9 से 12 तक की आॅनलाइन पढ़ाई भी परिषद उपलब्ध करवाने जा रही है इसलिए बेवसाइट पर बच्चे का रजिस्ट्रेशन आवश्यक होगा। उन्होंने कहा कि हम सभी को किसी भी ब्राह्मण संगठन का कार्यक्रम हो उसमें बढ़ चढ़कर अधिक से अधिक ब्राह्मणों की भागीदारी हो। इस मौके पर चन्द्रकिशोर दुबे, पवन पाण्डेय, विकास शर्मा, नीरज पंचभैया, राजेन्द्र नाथ गोस्वामी, लक्ष्मी प्रसाद त्रिपाठी, एस.एन. तिवारी, सचिन तिवारी, संजय मिश्रा, अश्विनी तिवारी, हरि शंकर पाण्डेय, अविनाश पाण्डेय, नन्द किशोर पाण्डेय, प्रदीप शर्मा, अभय शर्मा, गणेश सेमवाल, कैलाश चन्द्र मिश्रा, माधवी मिश्रा, प्रमोद गिरि सहित परिषद के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment