- हरिद्वार। गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में आगामी 10 जनवरी से शुरू होने जा रहे तीन दिवसीय हरिद्वार लिट्रेचर फेस्टिवल में न केवल देश बल्कि विदेश से भी साहित्यकार शिरकत करने जा रहे हैं। फेस्ट के प्रथम सत्र में पर्यावरणविद क्लाउड एलवर्स 'पर्यावरण संरक्षण और शिक्षा की भूमिका विषय पर उपस्थित लोगों से परिचर्चा कर पर्यावरण संरक्षण के महत्व को बतायेंगे। विगत कई वर्षों से गुरुकुल में होने वाले हरिद्वार लिट्रेचर फेस्टिवल में दुनिया में पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक करने वाले पर्यावरणविद क्लाउड एलवर्स और उनकी पत्नी पद्मश्री नोरमा एलवर्स शिरकत करेंगे। यह दोनों गोवा फाउंडेशन के माध्यम से देश दुनिया में पर्यावरण शिक्षा और संरक्षण के क्षेत्र में किये गये कार्यों और उनके लाभ से फेस्ट में उपस्थित लोगों को अवगत करायेंगे। सत्र में क्लाउड स्कूल विहीन शिक्षा के मॉडल पर अपनी बात रखेंगे। सीखने की प्रक्रिया के गैर पारंपरिक मॉडल को पर्यावरण से जोड़कर कैसे एक बेहतर समाज का निर्माण किया जा सकाता है, विषय पर भी क्लाउड के अनुभव को साझा किया जा सकता है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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