हरिद्वार। बृहस्पतिवार को संपन्न हुई गुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के चुनाव में प्रो.अंबुज शर्मा अध्यक्ष, डा.एमएस तिवारी वरिष्ठ उपाध्यक्ष, डा.मंजूषा कौशिक उपाध्यक्ष, प्रो.एलपी पुरोहित सचिव, डा.नीना गुप्ता व डा.अजेंद्र सह सचिव तथा डा.बबलू कुमार कोषाध्यक्ष निर्वाचित हुए। मुख्य चुनाव अधिकारी प्रो.ज्ञान चंद रावल ने बताया कि चुनाव निर्विरोध रूप से संपन्न हुए हैं। निर्वाचित पदाधिकारियों के विरोध में कोई नामांकन नहीं आने पर सभी को निर्वाचित घोषित किया गया। नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रो.अम्बुज शर्मा ने बताया कि गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में कार्यरत शिक्षक और कर्मचारी एक परिवार की तरह हैं। आज तक विश्वविद्यालय पर जब भी कोई संकट आया तो सभी ने मिलकर उस संकट का सामना किया है। कोई भी शिक्षक और कर्मचारी विश्वविद्यालय के हित में काम करता है तो उसका पूर्ण सहयोग किया जायेगा। उन्होंने कहा कि वे विश्वविद्यालय के प्रत्येक कर्मचारी और शिक्षक की उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे। सचिव प्रो.एलपी पुरोहित ने बताया कि शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के हितों का पूर्ण ध्यान रखा जायेगा। दोनों यूनियन एक होकर काम करेंगी। शिक्षक वर्ग से प्रो.सोहन पाल सिंह आर्य, प्रो. दिनेश शास्त्री, प्रो.सी.पी. खोखर, प्रो.प्रभात सेंगर तथा शिक्षेत्तर वर्ग से राजीव त्यागी, आर्य समाज महामंत्री रमेश कुमार ने नव नियुक्त पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि निर्वाचित पदाधिकारी शिक्षकों की हितों की रक्षा के लिए कार्य करेंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.रूपकिशोर शास्त्री, कुलसचिव प्रो.दिनेश भट्ट ने यूनियन के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई दी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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