हरिद्वार। नयी उमंग सामाजिक संस्था रूड़की के कार्यकर्ता बच्चों के बीच पहुंचें और बाल कल्याण समिति हरिद्वार के अध्यक्ष विनोद कुमार शर्मा, आशीष सैनी, गोविंद कृपा सेव समिति धर्मार्थ ट्रस्ट की अध्यक्ष अनीता वर्मा के साथ सड़क किनारे जीवन बीता रहे मासूम बच्चों को उपहार में गर्म कपड़े वितरित किये। इस मानवीय कार्य को ईश्वरीय कार्य बताते हुए बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार शर्मा ने नयी उमंग सामाजिक संस्था की सराहना की। उन्होंने कहा कि छोटा सा उपहार इन बच्चों के लिए बड़ी सी खुशी लेकर आया है। गोविंद कृपा सेवा समिति धर्मार्थ ट्रस्ट की अध्यक्ष अनीता वर्मा ने सड़क किनारे जीवनयापन करने वाले बच्चों को पढ़ाने की पहल करने वाली मनू और सहयोगी माला को शुभकामनाएं प्रदान करते हुए कहा कि मन में संकल्प हो तो सिद्धी पाने के रास्ते स्वयं मिल जाते हंै। नयी उमंग सामाजिक संस्था की अध्यक्ष मीनाक्षी गोयल ने संस्था के उद्देश्यों और उपलब्धियों को बताया। इस अवसर पर मीनाक्षी गोयल, सचिव सौरभ गोयल, कोषाध्यक्ष सुमित सैनी, अनुज सैनी, विनित चैहान, स्वाति धीमान आदि ने बच्चों को उपहार में गर्म कपड़े वितरित किये। संयोजन आशीष सैनी तथा संचालन समाजसेवी संजय वर्मा ने किया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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