हरिद्वार। चार नाबालिग बच्चियों के अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर पुलिस ने बच्चियों को सकुशल बरामद कर लिया है। घटना में मुख्य आरोपी के साथ उसका एक नाबालिग साथी भी शामिल था। उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है। विष्णु घाट पर फूल पत्ती बेचने वाले मनोज ने उसकी चार नाबालिग बेटियों के लापता होने की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करायी थी। पुलिस जांच में सामने आया था कि मनोज की झोंपड़ी के पास ही रहने वाला प्रवेश भी लापता है। जांच में पता चला कि प्रवेश मूल रूप से दिल्ली का रहने वाला है। बच्चियों की बरामदगी व आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम को दिल्ली भेजा गया। लेकिन वह दिल्ली में पुलिस को नहीं मिला। पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस करने के लिए उसके मोबाईल नंबर को सर्विलांस पर लगाया। लेकिन वह मोबाईल को बार बार बंद कर तथा लोकेशन बदलकर पुलिस को चकमा देता रहा। आरोपी प्रवेश की धरपकड़ के लिए मुखबिरों को भी लगाया गया। सरगर्मी से उसकी तलाश कर रही पुलिस को शुक्रवार को बच्चियों के साथ उसके रूड़की रेलवे स्टेशन पर मौजूद होने की सूचना मिली। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी व उसके एक साथी को गिरफ्तार कर बच्चियों को उसके चंगुल से छुड़ा लिया। एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस. ने बताया कि आरोपी प्रवेश बच्चियों का अपहरण कर उनसे भिक्षावृत्ति कराना चाहता था। इस दौरान एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह भी मौजूद रहे। आरोपी को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में नगर कोतवाली प्रभारी प्रवीण कोश्यारी, एसएसआई जगमोहन सिंह रमोला, एसआई पवन डिमरी, कांस्टेबल चंद्रशेखर भट्ट, राजेश बिष्ट, सुनील तोमर, हर्ष उनियाल, रोहित नौटियाल आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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