हरिद्वार। दो दिवसीय हड़ताल की तैयारियों में जुटे बैंक कर्मचारियों ने ओबीसी की रानीपुर शाखा पर भोजनावकाश में विरोध प्रदर्शन किया। 31 जनवरी और 1 फरवरी को दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल की घोषणा बैंक कर्मचारी संगठनों ने की है। वहीं एक अप्रैल से अनिश्चितकालीन बैंक हड़ताल की चेतावनी भी दी है। सोमवार को यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बैनर तले हुए विरोध प्रदर्शन में शहर के विभिन्न बैंकों के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भाग लिया। फोरम के जिला संयोजक राजकुमार सक्सेना ने कहा कि 11वें वेतनमान को लेकर नवंबर 2017 में भारतीय बैंक संघ के साथ द्विपक्षीय समझौता हुआ। अब द्विपक्षीय समझौते को 26 महीने गुजर चुके हैं। लेकिन वेतनमान को लागू करने में केंद्र सरकार और भारतीय बैंक संघ टालमटोल कर रहे हैं। इस कारण मजबूरी में बैंककर्मियों को आंदोलन करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार और भारतीय बैंक संघ ने हठधर्मिता नहीं छोड़ी तो बैंकों में एक अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल होकर रहेगी। उत्तरांचल बैंक इंप्लाइज यूनियन के जिलाध्यक्ष एनबी कपूर ने कहा कि केंद्र सरकार के तथाकथित आर्थिक सुधार के चलते आज बैंक घाटे में चल रहे हैं। लेकिन अपनी आर्थिक नीतियों में सुधार के बजाय केंद्र सरकार उल्टा बैंककर्मियों को उत्पीड़न पर आमादा है। उन्होंने कहा कि बैंकों में रोजगार के अवसर समाप्त कर आउटसोर्स पर कर्मचारी भर्ती किए जा रहे हैं। थर्ड पार्टी कार्य और बैंकों के कार्यदिवस को कम न कर बैंक कर्मचारियों पर अतिरिक्त बोझ डाला जा रहा है। प्रदर्शन में केनरा बैंक के सचिन सिंह, सौरभ बहुगुणा, धीरज बिष्ट, राहुल खुराना, राजीव लोचन, सीएमएस रावत, सतीश भट्ट, बाल किशन प्रवीण, वाधवा, केशव, प्रतीक, दिनेश गुप्ता, राजुकुमार, मनोज नैनवाल, विजेंद्र, सचिन गोयल, तोषिका, प्रशांत, आशुतोष, वान्या, गौरव अरोड़ा, दिनेश, हिमांशु, पवन, ललित, अनिल, सुप्रिया, कुंदन सिंह, तिरपाल, बृजपाल सिंह, सत्या सिंह, अनुज कुमार, गुरप्रीत, मनीष, अरविंद, आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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