हरिद्वार। ज्वालापुर इंटर कालेज में कला शिक्षक मंच द्वारा कलात्मक कैलेण्डर का विमोचन किया गया। मुख्य शिक्षा अधिाकरी अजय कुमार चैधरी ने मां सरस्वती की प्रतिमा के सामने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। ज्वालापुर इंटर कालेज की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना तथा राजकीय बालिका इंटर कालेज की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। मुख्य शिक्षा अधिकारी अजय कुमार चैधरी एवं ज्वालापुर इंटर कालेज के प्रधानाचार्य रामसिंह चैहान ने कैलेण्डर का विमोचन किया। कैलेण्डर में विद्यालय के छात्र छात्राओं द्वारा बनायी गयी कला चित्रों को भी सम्मिलित किया गया है। कैलेण्डर में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ तथा ऊर्जा संरक्षण संबंधी प्रेरक संदेशों को भी स्थान दिया गया है। उत्तराखण्ड की कला संस्कृति को दर्शाने वाले चित्रों को भी शामिल किया गया है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी अजय कुमार चैधरी ने कहा कि कलात्मक कैलेण्डर के माध्यम से कला शिक्षक मंच द्वारा छात्र छात्राओं में सृजनात्मकता का विकास करने का अच्छा प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि रोजगार के क्षेत्र में भी कला सहायक है। विचारों की अभिव्यक्ति का भी कला बेहतर माध्यम है। शिक्षक विकास शर्मा ने कहा कि कैलेण्डर जारी करने का मकसद उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा में उचित स्थान प्राप्त करना है। कैलेण्डर में चित्रों के माध्यम से समाज को सकारात्मक संदेश देने का प्रयास किया गया है। इससे उत्तराखण्ड की लोक कला को भी बढ़ावा मिलेगा। इस अवसर पर विकास शर्मा, सुखदेव सैनी, ओमकार सैनी, सतेंद्र कुमार, शिवकुमार पाल, राधेश्याम, डा.शकुन सिंह, डा.सुदिप्ता चैहान, पूनम रानी, अंजलि चैहान, गीता कठैत, अन्नु, अक्षय सैनी, अल्पना मेहता, दीपक कुमार बगासी, चतरपाल सिंह, अमृता, अर्चना, वीना, मीनाक्षी, प्रियंका, पुष्पा चैधरी, पूजा गोयल, नेहा, सुषमा भास्कर, वर्षा जैन आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम में शिक्षकों व छात्रों को पुरूस्कृत भी किया गया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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