हरिद्वार। जन एकता जन अधिकार आंदोलन के बैनर तले विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में नगर मजिस्टेªट कार्यालय के समझ केंद्र सरकार के खिलाफ धरना- प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने सीएए को वापस लेने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है। धरने में शामिल वक्ताओं ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों ने आंदोलनकारियों की पुलिस से पिटाई कराई है, जिसमें करीब 20 लोगों की मौत हो गई। वहीं वक्ताओं का कहना है कि पुलिस द्वारा सैकड़ों लोगों को झूठे मुकदमों में अभी भी जेल में बंद किया गया है। धरने में बैठे वक्ताओं ने जेलों में बंद आंदोलनकारियों को रिहा करने और सीएए को वापस लेने की मांग की है।उन्होंने कहा कि सरकार को देश की जनता से कोई लेना देना नहीं है। वह समस्याओं के समाधान के बजाए देश की जनता को धर्म और साम्प्रदायिक आधार पर बांटने और लड़ाने का काम कर रही है। कहा कि सरकार अपनी विफलता को छुपाने के लिए इस कानून की आड़ मे देश के प्रति साजिश रच रही है, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान विजयपाल सिंह, इमरत सिंह, आरसी धीमान, आरपी जखमोला, खेमकरण लाल, महेंद्र सिंह वर्मा, लालदीन, डीपी रतूडी़, टीके वर्मा, उदयवीर सिंह, केके प्रसाद, इंदू, अजय, कयूम खान आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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