हरिद्वार। महानगर व्यापार मण्डल के जिला अध्यक्ष सुनील सेठी ने कहा कि व्यापार मण्डल किसी निजी संगठन की बपौती नहीं है। व्यापारिक संगठनों प्रतिनिधियों का चुनाव व्यापारियों की राय से होना चाहिए। लेकिन कुछ स्वयंभू व्यापारी नेता निजी संगठनों की तरह व्यापार मण्डलों का गठन कर व्यापारी एकता को कमजोर कर रहे है। व्यापारियों की बैठक को संबोधित करते हुए सुनील सेठी ने कहा कि हरिद्वार में व्यापार मण्डल एक मजबूत ताकत हुआ करते थे। लेकिन 30-30 सालों से पदों पर जमे कुछ व्यापारी नेताओं की पद लोलुपता के चलते यह ताकत खत्म होने की कगार पर पहंुच गयी है। निजी स्वार्थो के चलते कुछ व्यापारी नेता व्यापार मण्डल के नाम पर निजी दुकानें चला रहे हैं। व्यापारियों की राय जाने बिना तथा मतदान के बगैर ही व्यापारिक इकाईयों का गठन किया जा रहा है। व्यापारी मतदान के जरिए व्यापार मण्डलों का गठन चाहते हैं। जिससे एकजुट व मजबूत व्यापारिक संगठन वजूद में आएं। प्रदेश व्यापार मंडल के नाम पर स्वयंभू व्यापारिक संगठन ने फिर एक बार हरिद्वार के व्यापारियों को ठगने का काम किया। बिना व्यापारियों की राय जाने व बिना मतदान के ही कार्यकारिणी घोषित कर दी गयी। सेठी ने कहा कि व्यापारियों का प्रतिनिधि बनने की इच्छा रखने वाले लोग मैदान में आएं और बाकायदा चुनाव के जरिए निर्वाचित होकर व्यापारियों की सेवा करें। जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र चैरसिया ने कहा कि अब ऐसा नही चलेगा। पत्रों के माध्यम से राजनीतिक व्यापार मंडल गठित करने का खेल बन्द होना चाहिए। बैठक में मुख्य रूप से पंकज माटा, तरुण व्यास, मनोज कुमार आदित्य, नवदीप मान, रवि जोशी, प्रीतकमल सारस्वत, तेज प्रकाश साहू, दीपक पांडेय, प्रदीप मान, मनोज कुमार, धर्मपाल सिंह, हरीश कुमार, रामलाल कुमार, मुकेश अग्रवाल, राजेश भाटिया, तरुण मल्होत्रा, हिमेश अरोड़ा, प्रवीण कुमार, राजदीप सिंह, राजेश सुखीजा, दीपक मेहता आदि व्यापारी मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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