हरिद्वार। कोतवाली नगर क्षेत्रान्गर्त ब्रह्मपुरी मौहल्ले में बंद पड़े मकान में चोरी के आरोप में पुलिस ने डेढ़ माह बाद पड़ोसी को धर दबोचा। आरोपी के पास से लाखों रुपये के जेवरात बरामद करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि 11 जनवरी को ब्रह्मपुरी बंगाली बस्ती निवासी नरेंद्र कुमार के मकान में लाखों रुपये के जेवरात की चोरी हुई थी। नरेंद्र घर से बाहर गए हुए थे। पुलिस ने नरेंद्र की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया था। चोरी के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले लेकिन चोर का पता नहीं चल सका था। पुलिस ने अपने मुखबिरों को सक्रिय कर दिया। बुधवार को जांच टीम में शामिल दरोगा अजय कृष्ण को सूचना मिली कि ब्रह्मपुरी में चोरी करने वाला युवक हिल बाईपास की ओर से ब्रह्मपुरी आ रहा है। दरोगा अजय ने मौके पर पहुंचकर युवक को हिरासत में ले लिया। तलाशी में उसके पास से मंगलसूत्र, कान के झुमके, एक चेन, हाथ के कड़े, कान की बाली, दो अंगूठी, पाजेब मिली। पूछताछ के लिए युवक को कोतवाली लाया गया। जहां उसने पुलिस को पूछताछ में अपना नाम शिवा पुत्र बाबूराम ठाकुर निवासी चमारी मोहल्ला शाहबाद रामपुर, यूपी हॉल निवासी गुप्ता बर्तन ब्रह्मपुरी कोतवाली नगर बताया। आरोपी ने बताया कि उसने ही ब्रह्मपुरी में चोरी की थी। बता दें कि नरेंद्र अपर रोड में गर्म कपड़ों की दुकान करते हैं। पुलिस टीम में कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी, एसएसआई जगमोहन रमोला, दरोगा अजय कृष्ण, कांस्टेबल अमित भट्ट और शूरवीर सिंह शामिल रहे। जुए की लत के कारण करता था चोरी आरोपी शिवा जुए की लत के कारण चोरी करता था। जुआ खेलने के लिए जब आरोपी के पास पैसे नहीं होते थे तो वो चोरी किया करता था। चोरी करने के बाद कुछ दिनों के लिए आरोपी रामपुर भी चला गया था।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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