हरिद्वार। उच्च माध्यमिक विद्यालय गढ़मीरपुर में आयोजित विज्ञान दिवस में प्राथमिक विद्यालय कुतुबपुर, सलेमपुर, गढ़मीरपरु, सीतापुर, राजपुर आदि विद्यालयों के बच्चों ने विज्ञान तथा बच्चों के लर्निंग संबंधित माॅडल प्रदर्शनी लगायी गयी। बतौर मुख्य अतिथि जिला पंचायत उपाध्यक्ष राव आफाक अली ने प्रथम से कुलदीप प्रजापति, आशा डोभाल, बालकराम, मेघना, गौतम, पूरण जोशी, प्रिया, हरीश, नेहा वर्मा, जुली, नेहा, लक्ष्मी, बसंत, एवं लोकमित्र से कलावती, सबिया कुरैशी व आईटीसी से राहुल एवं नितिन द्वारा किए गए प्रतिभाग को सराहते हुए राव आफाक अली ने कहा कि सुनहरा कल बच्चों को उज्जवल भविष्य बनाने की प्रेरणा देता है तथा बच्चों में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा बढ़ती है। सभी स्कूलों के बच्चों के द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी को सराहते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों के इस विज्ञान के प्रति रूझान से पर्यावरण संरक्षण, ऊर्जा बचत, पेयजल तथा स्वच्छता जैसे विषयों पर समाज में जागरूकता आती है। इन्ही चीजों में छात्र अपना सुनहरा कल तथा भविष्य देखते हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालयों से ही देश के भविष्य का निर्माण भी होता है। इसमें समाज के गरीब तबके के छात्र छात्राओं को भी आगे बढ़ने का मौका मिलता है। इस तरह की प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने से बच्चों का आत्मबल बढ़ता है तथा मानसिक व शारीरिक विकास होता है। राव आफाक अली द्वारा सभी प्रतिभागियों को पुरूस्कार वितरित भी किए गए। पुरूस्कार वितरण में एसएमई के अध्यक्ष सरफराज, महावीर सैनी, दिनेश राणा, फईम कुरैशी, कुलदीप प्रजापति, विपिन कुमार, अभिषेक कुमार, कुमकुम, अनुरागिनी चैहान, जुली कुमारी, राजेश कुमार, जिला समन्वयक डा.विश्वबंधु चंदोला, प्रधानाध्यक्ष गढ़मीरपुर सरबरी खातून, सहायक अध्यापक दिनेश कुमार, साधना नेगी, अनीता वर्मा, भरत सिंह, पूजा, आरती, रक्षा, आफिया, दीपाली, इरम, सोनिया, पिंकी, रूकैय्या, शमा, शाहीन, अनीता, आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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