हरिद्वार। तीर्थनगरी में पर्यावरण, गंगा संरक्षण व निराश्रित गौवंश की सेवा में जय श्री गंगा मां गौशाला आश्रम ट्रस्ट निरन्तर सक्रिय भूमिका निभा रहा है। निराश्रित पशुओं को चारा, पेयजल उपलब्ध कराने के साथ घायल पशुओं का ईलाज, मरहम-पट्टी की व्यवस्था करने में संस्था सदैव अग्रणीय रहती है। यही नहीं शीतकाल में निराश्रित पशुओं को आश्रय उपलब्ध कराने में ट्रस्ट के अध्यक्ष अमित प्रसाद शर्मा के नेतृत्व में समूचे टीम जुटी रहती है। ट्रस्ट के अध्यक्ष अमित प्रसाद शर्मा ने कहा कि गौवंश संरक्षण, गंगा-पर्यावरण संरक्षण हेतु उन्होंने जय श्री गंगा मां गौशाला आश्रम ट्रस्ट का गठन किया। ट्रस्ट का मुख्य उद्देश्य जनसेवा, गौसेवा, गंगा सेवा है। ट्रस्ट के उपाध्यक्ष रमेशनाथ गोस्वामी, राहुल कौशिक, सचिव हरबंस लाल, कोषाध्यक्ष सुमित शर्मा अध्यक्ष अमित प्रसाद शर्मा के नेतृत्व में निरन्तर सेवा प्रकल्पों का संचालन कर रहे हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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