हरिद्वार। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अन्तर महाविद्यालय खेल प्रतियोगिता का बुधवार को शुभारंभ हुआ। प्रतियोगिता का उद्घाटन कुलपति प्रो. देवीप्रसाद त्रिपाठी एवं मुख्य अतिथि सुरजीत सिंह पंवार ने मशाल जलाकर एवं गुब्बारे छोड़कर किया। खेल महोत्सव का शुभारम्भ राष्ट्रगान से हुआ। कुलपति प्रो.देवीप्रसाद त्रिपाठी, मुख्य अतिथि सुरजीत सिंह पंवार, वित्त अधिकारी कन्हैया राम सार्की, खेल प्रभारी डा.अजय परमार एवं खेल प्रशिक्षक डा.चन्द्रशेखर शर्मा ने दीप जलाया और खेल मशाल खिलाड़ियों को सौंपी।खेल महोत्सव के प्रथम दिन 1500 मीटर पुरुष वर्ग दौड़ में देवेंद्र कुमार आर्य प्रथम, उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के मनोज जोशी द्वितीय, ऋषिकेश योगधाम के राकेश नेगी तृतीय रहे। पुरुष वर्ग लम्बीकूद में विश्वविद्यालय परिसर के हिमांशु त्यागी प्रथम, राजेन्द्र कुमार द्वितीय और सत्यम रावत तृतीय रहे। शार्टपुट की पुरुष में जयराम महाविद्यालय के कुलदीप प्रथम, उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के विकास द्वितीय एवं गुरुकुल महाविद्यालय के राहुल तृतीय रहे। महिलाओं की शार्टपुट प्रतियोगिता में मोहिनी देवी डिग्री कॉलेज की अदिति निगम प्रथम, यूआईपीएस की शिल्पी द्वितीय, अनुष्ठिता तृतीय, महिला वर्ग की 800 मीटर दौड़ में आरवाईडीएस महाविद्यालय की हिमांशी भट्ट पहले, जयराम संस्कृत महाविद्यालय की नीलम दूसरे, आंचल चैधरी तीसरे, महिलाओं की लम्बीकूद में सीता राम डिग्री कॉलेज की रंजुल पहले, उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय की मीनाक्षी दूसरे एवं मनीषा नेगी तीसरे स्थान पर रही। वॉलीबाल प्रतियोगिता के लीग चरण के मैच में पंजाब सिन्ध क्षेत्र साधु संस्कृत महाविद्यालय, ऋषिकेश ने मोहनी डिग्री कॉलेज को 02-01 से हराया। कब्बड्डी के प्रथम मैच में हिमालयन आयुर्वेदिक कॉलेज ने यूआईपीएस कॉलेज, दूसरे मैच में निर्मल संस्कृत महाविद्यालय ने भगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय और तीसरे मैच में पीएसकेडी ऋषिकेश ने आरवाईडीएस की टीम को हराया। इससे पहले विश्वविद्यालय एवं विभिन्न महाविद्यालयों की टीमों के खिलाड़ियों ने मार्च पास्ट निकाल कर सलामी दी। इसके बाद विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने योग की विभिन्न मुद्राओं का प्रदर्शन किया तथा सहारनपुर के ओजाइमा के छात्रों ने मार्शल आर्ट के करतब दिखाए। कार्यक्रम का संचालन डा. सुमन प्रसाद भट्ट एवं डा. श्वेता अवस्थी ने किया। इस अवसर पर प्रो. मोहन चन्द्र बलोदी, डा. शैलेश कुमार तिवारी, डा. हरीश चंद्र तिवाड़ी, कुलानुशासक डा. मनोज किशोर पंत, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डा. लक्ष्मीनारायण जाशी, डा. रत्न लाल, डा. दामोदर परगांई, उपकुलसचिव दिनेश कुमार, डा. प्रतिभा शुक्ला, मीनाक्षी, डा. अरविन्दनारायण मिश्र, डा. राकेश कुमार सिंह, डा. धीरज शुक्ला, डा. अरुण कुमार मिश्र, राजेन्द्र प्रसाद नौटियाल, सुभाष पोखरियाल, सन्दीप जोशी, धीरज सिंह, राजेन्द्र, राकेश भण्डारी, विनोद कुमार सिंह, सूरज डोभाल, चन्दन रावत, प्रवेश कुमार आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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