हरिद्वार। चैत्रनवरात्रा के सातवे दिन श्रद्वालुओं ने घरों में ही माॅ कालरात्रि की पूजा अर्चना कर सुख-समृद्वि की कामना की। लोगों ने पूरे श्रद्वा भाव से कोरोना वायरस के संक्रमण से मानव समुदाय के रक्षा की कामना की। इस बार चैत्र नवरात्रा के दौरान श्रद्वालुओं द्वारा अपने अपने घरों में ही देवी माॅ की पूजा अर्चना की जा रही है। देशव्यापी लाॅकडाउन के कारण इस बार श्रद्वालुओं को मन्दिरों में जाने की अनुमति नही है। प्रशासन द्वारा पहले ही विभिन्न मन्दिरो में आम श्रद्वालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है। आमतौर पर नवरात्रों के दौरान इन दिनों में विभिन्न देवी मन्दिरों में श्रद्वालुओं की भारी भीड़ होती रही है,लेकिन इस बार कोरोना वायरस के संक्रमण ने सभी को अपने अपने घरों में कैद रहने के लिए मजबूर कर दिया है। बुधवार को अष्टमी का पर्व पूरे श्रद्वा भाव से मनाया जायेगा,कन्या पूजन भी होगा,लेकिन इस बार कन्या पूजन सीमित अथवा संाकेतिक रूप में मनाये जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है।संभवतः पहली बार ऐसा हो रहा है कि लोग मन्दिरों में पूजा अर्चना करने के बजाए अपने अपने घरों में शक्ति की आराधना कर रहे है। प्रसिद्व शक्तिपीठ मायादेवी मन्दिर,मंशादेवी मन्दिर,चण्डीदेवी मन्दिर सहित गंगा घाटों पर भी वीरानी छाई हुई है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment