हरिद्वार। देशव्यापी लाॅकडाउन के बाद भी तीर्थनगरी के गुपचुप तरीके से यात्रियों को ले जा रही बस को जिलाधिकारी एवं एसएसपी द्वारा सीज करने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पुलिस के कार्यो को जानने के लिए बीती रात सड़कों पर निकले,कई जगह पुलिसकर्मी के नही मिलने पर उन्होंने पुलिसकर्मियों को फटकार भी लगाई। प्रशासन शासन की सख्ती के बाद भी बसों के जरिये यात्रियों,लोगों को दूसरे प्रदेशों में भेजने के मामला सामने आने कें बाद एसएसपी आकस्मिक निरीक्षण पर निकल पड़े। एसएसपी के निरीक्षण के दौरान अपनी प्राइवेट कार में निरीक्षण के लिए निकल पड़े। खास बात यह रही कि एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस की कार को रास्ते में पड़ने वाले किसी भी बैरिकेट पर नहीं रोका गया। अलबत्ता श्यामपुर थाना क्षेत्र में एक दरोगा सोते हुए चेकपोस्ट पर एसएसपी को मिले। एसएसपी ने कार रोककर फटकार भी लगाई। ज्ञात रहे कि कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते देशभर में लॉकडाउन किया गया है। जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं। लेकिन इसके बावजूद सीमाओं से काफी लोग पहुंच रहे हैं। पुलिस की ओर से शहर और देहात में बैरियर लगाकर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। सोमवार रात को एसएसपी बिना किसी को बताए निरीक्षण के लिए निकल पड़े। अपनी प्राइवेट कार से एसएसपी सिडकुल से निकले तो सिडकुल में उनको किसी भी पुलिसकर्मी ने नहीं रोका। यही हाल रानीपुर कोतवाली की सीमा पर भी रहा। ज्वालापुर चंद्राचार्य चैक पर पहुंचे तो पुलिस ने कार आती तो देखी लेकिन कार को रोकने की जहमत नहीं उठाई। कार सीधा निकल गई। कनखल, नगर कोतवाली के बैरियरों पर भी पुलिस ड्यूटी पर मिली। श्यामपुर चिड़ियापुर से सटी बिजनौर और हरिद्वार की सीमा पर जब एसएसपी पहुंचे तो एक दरोगा सोते हुए मिला। एसएसपी ने दरोगा को फटकार लगाई। कुछ ही देर में पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया और कोतवाली प्रभारी और एसओ सड़कों पर आ गए। बताया जाता है कि बीती रात एसएसपी मध्य रात्रि 12 बजे से सुबह चार बजे तक क्षेत्रों में घूमते रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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