दरोगा ने महिला के आरोप को किया खारिज,
हरिद्वार। रानीपुर कोतवाली के एक दरोगा के अतांक से एक महिला बुरी तरह भयभीत है। महिला ने आपबीती और दरोगा के द्वारा किया गए बर्ताव की शिकायत कप्तान से की है। मामला कुछ यूं है कि रानीपुर क्षेत्र वाटर वर्कर्स शिवलोक की निवासी रीटा पत्नी राम कुमार जो एक सफाई कर्मी है। जिसका विवाद पड़ोस में रहने वाली महिला बवीता से होने पर सूचना मिलते ही हल्के के दरोगा मय सिपाहियो के घटना स्थल पर पहुंचकर दोनों पक्षों को थाने ले आए। जहां दोनों पक्षों में मुअजिज्ज लोगो ने कोतवाल के सामने समझौता करवा दिया। महिला ने पत्र में आरोप लगाए है कि बाद में हल्के के दरोगा विकास रावत ने महिला से दुर्व्यवहार करते हुए उसे जाति सूचक शब्दों से संबोधित करते हुए उसे जेल भेजने तथा झूठे मुकदमों में फसाने की धमकी दी है। महिला ने अपने शिकायती पत्र में उसके सामने ही दरोगा ने थाने में एक होम गार्ड राजकुमार को धक्का देते हुए थप्पड़ जड़ दिया। बताते चले कि होमगार्ड अपर मेला अधिकारी एच आर डी ए के सचिव हरबीर सिंह के यहां तैनात था। होमगार्ड ने दरोगा विकास रावत के इस व्यवहार की शिकायत हरबीर सिंह से की, तो हरवीर सिंह ने एसएसपी से वार्ता की और घटना क्रम बताया। उसे लेकर कोतवाली पहुंच गए। जहां सी ओ के समक्ष दरोगा ने कथित रूप से अपनी गलती मानते हुए भविष्य में ऐसा नही होने की बात कह कर खेद प्रकट कर मामले को समाप्त तो कर दिया। महिला ने एसएसपी को पत्र दे कर न्याय की मांग की है। वहीं एसएसपी ने बताया कि हरवीर सिंह का फोन आया था। पर होमगार्ड को दरोगा द्वारा थापड़ मारने की बात सामने नहीं आई। वहीं महिला ने विधायक सुरेश राठौर से मुलाकात कर आपबीती सुना कर दरोगा के अतंक से बचाने की गुहार लगाई है। विधायक ने महिला के साथ इंसाफ के लिए मामले की जानकारी सी ओ सदर को भी दी है। महिला को सी ओ सदर पूर्णिमा गर्ग ने महिला को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है। दूसरी ओर मामले में सम्बन्धित दरोगा विकास रावत का कहना है कि ऐसा कुछ नही हुआ,उक्त महिला रीटा पत्नी राम कुमार का अपने पड़ोसी महिला के साथ लगातार विवाद चल रहा है। महिला रीता का लड़का पड़ोस में रहने वाली बवीता नामक महिला के घर के सामने मोटर साईकिल खड़ी कर देता है,मोटर साईकिल खड़ी करने को लेकर दोनो पक्षों में अक्सर विवाद हो रहा था,सूचना मिलने पर मौके पर पहले महिला पुलिस के साथ दो कांस्टेवल भेजे गये,दोनो पक्षों को समझाने तथा शांत रहने के लिए कहा गया,लेकिन आरोप लगाने वाली महिला द्वारा पुलिस की अपील को अनसुना किया जा रहा था,महिला काॅस्टेबल द्वारा उसे सूचना दी गई। मैने मौके पर पहुचकर दोनो पक्षों को लेकर कोतवाली आ गया,जहां पर समझाने के बाद भी मामला शांत नही होने पर अशांति की आशंका के दृष्टिगत दोनो पक्षो ंके खिलाफ धारा 107/116 में मुकदमा दर्ज किया। बताया कि महिला का किसी तरह का उत्पीड़न नही किया गया और न ही जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल। दरोगा का कहना है कि बाकी पुलिस द्वारा जांच जारी है।
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