हरिद्वार। कोविड 19 कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू लाॅकडाउन के कारण काफी समय बाद ऐसा हुआ है कि गंगा सप्तमी के दिन भी हर की पैड़ी पर श्रद्वालु स्नान नही कर पाये। लाॅकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए पुलिस ने हरकी पैड़ी को सुबह पांच बजे से दोपहर एक बजे तक पूरी तरह से सील किया था। संभवतः ऐसा पहली बार हुआ कि लाॅक डाउन के कारण पुलिस की सख्ती के कारण पहली बार तीर्थ पुरोहित स्थानीय श्रद्वालु भी गंगा सप्तमी पर हरकी पैड़ी में गंगा स्नान नहीं कर पाए। किसी को भी हरकी पैड़ी जाने की अनुमति नहीं दी गई थी। कुछ लोगों ने चोरी छिपे अपने घरों के आसपास गंगा घाटों में गंगा स्नान किया। कहा जाता है कि मां गंगा का जन्म ब्रह्मलोक में गंगा सप्तमी के दिन हुआ था। लॉकडाउन के कारण इस साल गंगा सप्तमी पर हरकी पैड़ी पर सन्नाटा रहा। पुलिस ने हरकी पैड़ी को पूरी तरह सील किया हुआ था। भीमगोड़ा से लेकर कोतवाली नगर के पास लगे बैरिकेड से किसी को भी एंट्री नहीं दी गई। केवल मात्र स्टाफ के लोगों को ही आने जाने दिया गया। गुरुवार सुबह तीर्थ पुरोहित अपने परिवार के साथ स्नान करने हरकी पैड़ी जाने लगे। लेकिन पुलिस ने बीच से ही सभी को वापस लौटा दिया। कई लोगों ने पुलिस से बहस भी की। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, सीओ सिटी अभय सिंह, नगर कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी सुबह छह बजे से हरकी पैड़ी पर तैनात रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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