हरिद्वार। गंगा सप्तमी पर श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के गणेश घाट पर कोरोना मुक्ति की प्रार्थना की गई। श्रीमहंत रविन्द्र पुरी ने शारीरिक दूरी के मानकों का पालन करते हुए संतों के साथ विधि विधान से पूजा अर्चना कराई और कोरोना से मानव मात्र के स्वास्थ्य लाभ की कामना की। गणेश घाट पर गंगा स्नान के बाद विशेष पूजन करते हुए मां मंशा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष व श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने दुग्धाभिषेक किया और फल, मिष्ठान और पुष्प आदि अर्पित कर मां गंगा की आरती की। उन्होंने कहा कि मोक्षदायिनी मां गंगा पूरे संसार के दुख हर लेती है। कोरोना से इस समय पूरे विश्व में हाहाकार मचा हुआ है। ऐसे में गंगा सप्तमी पर पूजन करते हुए मां गंगा से यह प्रार्थना की गई है कि वह संसार को कोरोना नामक बीमारी से मुक्ति दिलाएं। श्रीमहंत रविन्द्र पुरी ने कहा कि गंगा का जाप करने से कोरोना सहित हर तरह के संकट से छुटकारा मिलेगा। गंगा पूजन में महंत डोंगर गिरी, मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी प्रदीप शर्मा, स्वामी राजपुरी, स्वामी धनंजय गिरी, स्वामी मधुर वन, गुलशन टुटेजा, प्रतीक सुरी आदि शामिल हुए।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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