हरिद्वार। पाबंद क्षेत्र घोषित किए गए पांवधोई, नीलखुदाना व लक्कड़हारान में सुविधाएं पहुंचाने के लिए बनायी गयी हेल्प डेस्क पर तैनात युवाओं की टीम एकता, भाईचारे व सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए लोगों की समस्याओं का समाधान करने में जुटी हुई है। कोरोना पाॅजीटिव मरीज मिलने के बाद उपनगरी ज्वालापुर के वार्ड 43, 46 व 49 को कनेंटनमेंट जोन घोषित किया गया है। जोन में रह रहे लोगों तक जरूरी सुविधाएं पहुंचाने के लिए प्रशासन की और से कई प्रबंध किए गए हैं। लोगों की समस्याएं व जरूरतों को जानने व उनका समाधान किए जाने के लिए इलाके में अस्थाई रूप से हेल्प डेस्क स्थापित की गयी है। डेस्क पर फुरकान अंसारी, जावेद, आशु आजम, सागर, ओसामा, तन्मय शर्मा, अनिकेत शर्मा, अंकित शर्मा, राहुल, सचिन आदि युवा चैबीस घंटे सेवांए दे रहे हैं। इसके लिए प्रशासन की ओर से मोबाईल नंबर भी जारी किए गए हैं। प्रशासन द्वारा जारी किए गए नंबरों पर आने वाली काॅल को युवाओं की टीम रिसीव करती है और प्रशासन की मदद से लोगों तक सहायता पहुंचाती है। फुरकान अंसारी ने बताया कि प्रशासन द्वारा पूरी टीम को सुरक्षा के दृष्टिगत माॅस्क, दस्ताने, सेनेटाइजर, फीस शील्ड आदि जरूरी उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। फुरकान अंसारी ने बताया कि सेंटर पर आने वाली काॅल पर लोगों तक दूध, सब्जी, गैस, दवाएं, राशन आदि जरूरी वस्तुएं पुलिस व प्रशासन की मदद पहुंचायी जा रही है। बैंको से पैसे निकालने में भी लोगों की मदद की जा रही है। आधार लिंक कराना आदि समस्याओं का निस्तारण भी टीम करा रही है। राशन, दूध, सब्जी आदि पहुंचाकर सेवा कर रही है। सेवा के इस कार्य में अनीस ठेकेदार, शादाब सलमानी आदि सहित कई लोग सहयोग कर रहे हैं। राहुल व सचिन ने कहा कि सेवा को कर्तव्य समझकर समस्याओं का सामना कर रहे लोगों की मदद की जा रही है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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