हरिद्वार। श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा ने नगर विकास मंत्री के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर महाराष्ट्र में जूना अखाड़ा के दो संतो की निर्मम हत्या के मामले की सीबीआई जांच कराने तथा दोषियों के खिलाफ त्वरित कारवाई की मांग की है। नगर विकास मंत्री ने आश्वासन दिया है कि राज्य सरकार द्वारा इस मामले में हर संभव कारवाई की जायेगी। रविवार को मायापुर स्थित जूना अखाड़ा परिसर पहुचे प्रदेश के नगर विकास मंत्री मदन कौशिक को ज्ञापन सौपते हुए जूना अखाडा के संतो ने मांग की है कि मामले में त्वरित कारवाई की जाये। श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के अन्र्तराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत स्वामी हरिगिरि तथा अन्र्तराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेमगिरि के नेतृत्व में संतो ने नगर विकास मंत्री को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि गत 16अप्रैल को जूना अखाड़े के दो संत 70वर्षीय कल्पवृक्ष गिरि तथा 35वर्षीय सुशील गिरि अपने ड्राइवर के साथ मुम्बई से गुजरात के सूरत अपने गुरू श्रीमहंत रामगिरि जी के अन्तिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे कि महाराष्ट्र के पालघर जिले के कासा थाना के गढचिंचले गांव के पास करीब दो सौ लोगों के समूह ने निर्मम तरीके से राड,डण्डे,लाठी आदि से पीट-पीटकर हत्या कर दी। हत्यारों ने संतो के पास से पचास हजार की नगदी के अलावा सोने की भगवान की मूर्ति भी लूट ली। पुलिस बलों की मौजूदगी में हुई इस हत्याकाण्ड के दौरान पुलिस ने बचाने का कोई प्रयास नही किया,अगर हमलावर ज्यादा थे,तो पुलिस हवाई फायंिरग कर बचा सकती थी,लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही,जो कि अत्यंत शर्मनाक और हतप्रभ करने वाली है। संतो की हत्या को लेकर देशभर के जूना अखाड़े के संतो में व्यापक रोष है। ज्ञापन में प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की गई है कि वो अपने स्तर से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री तथा केन्द्रीय गृहमंत्री से वार्ता कर मामले की सीबीआई जांच के सम्बन्ध में त्वरित कारवाई करे। नगर विकास मंत्री ने ज्ञापन लेते हुए कहा कि संतो की हत्या निन्दनीय है। इस सम्बन्ध में पूर्व में भी सरकार द्वारा केन्द्रीय गृहमंत्री को अवगत कराकर जांच के सम्बन्ध में अनुरोध कर चुकी है। साथ ही आश्वस्त किया कि प्रदेश सरकार इस मामले में हर संभव कदम उठाते हुए महाराष्ट्र सरकार तथा केन्द्रीय गृहमंत्री से वार्ता कर मामले की सीबीआई जांच के सम्बन्ध में हर संभव प्रयास करेगी। ज्ञापन देने वालों में जूना अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत महेशपुरी सहित कई अन्य संत शामिल थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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