हरिद्वार। कोरोना महामारी के मद्देनजर जिला प्रशासन सतत कार्यशील है। कई धार्मिक, सामाजिक संस्थाएं जिला प्रशासन के साथ मिलकर कार्य कर रही हैं। इसी कड़ी में शांतिकुंज ने जिला प्रशासन को अपने एक भवन क्वारंटाइन सेंटर के लिए देने हेतु अपनी सहमति दे दी है। प्रशासन की एक टीम ने इस भवन का निरीक्षण कर चुकी है। यहां प्रशासन की ओर से चयनित कोरोना के संदिग्ध मरीज या एहतियातन लोगों को निर्धारित दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जा सकेगा। यहां क्वारंटाइन किये लोगों के खाने-पीने की व्यवस्था प्रशासन की टीम की देखरेख में स्वयंसेवी कार्यकर्ताओं द्वारा की जायेगी। देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डा. चिन्मय पण्ड्या एवं प्रशासन की टीम ने बुधवार को भवन का निरीक्षण किया। गायत्री परिवार प्रमुख डा. प्रणव पण्ड्या ने बताया कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए शांतिकुंज पहले दिन से सरकार एवं प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहा है। आगे भी सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए साथ-साथ काम करेंगे। शांतिकुंज की आपदा प्रबंधन टीम सहित देशभर के कोने-कोने में जरूरतमंदों में भोजन पैकेट, राशन आदि वितरित करने में पूर्णमनोयोग के साथ जुटी हैं। शांतिकुंज कोरोना महामारी से लड़ने के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में एक करोड़ की राशि भी दे चुका है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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