हरिद्वार। प्रदेश के साथ साथ जनपद के लिए भी राहत की खबर है। सोमवार को कोरोना संक्रमित का कोई नया मरीज नही आने के साथ ही राहत की बात यह है कि हरिद्वार के मेला असाइसोलेशन वार्ड में भर्ती चार कोरोना वायरस पाॅजिटिव में दो मरीजों के ठीक होने के बाद मंगलवार को दोनों को डिस्चार्ज किया जायेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार मेला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में फिलहाल सात कोरोना वायरस संक्रमित मरीज है,जिनकी हालत स्थिर है। विज्ञप्ति के अनुसार मेला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में कोरोना संक्रमित होने पर 18 अप्रैल को भर्ती कराये गये दो मरीजों हरि सिंह उम्र 24वर्ष,निवासी सिपाउ,हाथरस उत्तर प्रदेश तथा नुसरत उम्र 45 निवासी मानकपुर माजरा भगवानपुर का उपचार के बाद पिछले चैबीस घण्टे में आयी दो नेगेटिव रिर्पोट आने तथा चेस्ट एक्सरे कराने के बाद दोनो का स्वास्थ्य स्थिर है। दोनो को मंगलवार को डिस्चार्ज किया जायेगा। फिलहाल जनपद के विभिन्न आइसोलेशन केन्द्रो में 137 लोगों को भर्ती कराया गया है। इसके अलावा विभिन्न क्वारंटाइन केन्द्रों में 273 को भर्ती कराया गया है। सोमवार को जनपद में 112व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गयी। विज्ञप्ति के अनुसार सोमवार तक जनपद से 1251व्यक्तियों के सैम्पल जांच के लिए लैब भेजा गया,जिनमें से अब तक 1157व्यक्तियों की रिर्पोट प्राप्त हो चुकी है। 1150व्यक्तियों की रिर्पोट नेगेटिव प्राप्त हुई है। सात पाॅजिटिव मरीजों में से तीन को ठीक होने के बाद रविवार को डिस्चार्ज किया जा चुका है। जबकि दो और पाॅजिटिव मरीजों के ठीक होने के बाद मंगलवार को अस्पताल से डिस्चार्ज करने की बात की बात कही गई है।फिलहाल जनपद में 94व्यक्तियों के रिपोट आने का इंतजार किया जा रहा है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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