हरिद्वार। गीता विज्ञान आश्रम परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती ने कहा है कि सृष्टि की संरचना सत्य पर आधारित है और पैसा परमात्मा से बढ़कर नहीं होता है। पैसे बालों के पतन का समय आ रहा है क्योंकि जहां अधिक धन है वही संक्रमण बढ़ रहा है बे आज दक्षनगरी के श्री गीता विज्ञान आश्रम से विश्व स्तर पर फैल रही संक्रमण की बीमारी से सावधान रहने का संदेश दे रहे थे। अनीति पूर्ण ढंग से अर्जित धन को पतन का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है जहां 70 फीसदी आबादी कठोर परिश्रम कर खाद्यान्न का उत्पादन करती है। यही कारण है कि संपूर्ण भारतवर्ष के किसी भी गांव से कोरोना जैसे वायरस के संक्रमण का समाचार नहीं आया। आवश्यकता से अधिक धन को ही पतन का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि जिसके पास अधिक धन होगा उसी का अधिक पतन होगा। धनी देशों तथा धनाढ्य शहरों में बढे संक्रमण से सचेत करते हुए उन्होंने कहा कि समाज का प्रत्येक व्यक्ति अपने खान-पान और व्यवहार को संयमित कर ले तो उसके जीवन को इस प्रकार के संक्रमण का कोई खतरा नहीं होगा। वर्तमान समय कलयुग की समाप्ति का समय चल रहा है। जिसमें केवल सदाचारी व्यक्ति ही बचेंगे और पापियों का नाश हो जाएगा। कलयुग के बाद सतयुग का प्रारंभ काल बताते हुए उन्होंने कहा कि धर्म के चार गुण और चरण होते हैं। जिसके अंदर यह गुण होगे वही सतयुग में प्रवेश करेगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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