हरिद्वार। जनपद में मंगलवार को पांच कोरोना वायरस पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन की टेंशन बढ़ा दी है। पांच नये मरीज मिलने के साथ ही जनपद में कुल मरीजों की संख्या 16हो गयी है,जबकि पांच रूद्रप्रयाग के पाॅजिटिव मरीज सहित सभी 20मरीज को यहां मेला अस्पताल में भर्ती कराया गया है,जबकि एक का उपचार दून के अस्पताल में चल रहा है।। मंगलवार को मिले पांच पाॅजिटिव मरीज में से दो मरीजों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है,चंूकि दो स्वास्थ्य कर्मी शामिल है। एक स्थानीय व्यक्ति के अलावा दो मरीज हाल में मुंबई से आए थे। अस्पताल कर्मियों और स्थानीय व्यक्ति में संक्रमण कहां से आया यह स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बन गया है। अधिकारियों का कहना है कि पॉजिटिव आए स्थानीय व्यक्तियों की हिस्ट्री निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। जनपद में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही प्रशासन ने सर्तकता बढ़ा दी है। मंगलवार को दस नये मरीजों की पुष्टि की गयी,इनमें पांच हरिद्वार जनपद तथा पांच रूद्रप्रयाग जनपद के रहने वाले है। स्वास्थ्यकर्मी के पाॅजिटिव पाये जाने के बाद जिला अस्पताल का सेनेटाइज कराया जा रहा है। दूसरी ओर जनपद में संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने 19कंटेनमेंट जोन बनाते हुए सर्वे का कार्य तेज करा दिया है। मंगलवार को जनपद में पांच नये मरीज मिलने के साथ ही जनपद में मरीजों की संख्या 16हो गयी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अनुसार जनपद में मंगलवार को पांच नये कोरोना संक्रमित मिलने के बाद विभाग द्वारा कार्यवाही तेज कर दी गयी है। जनपद के रूड़की,लक्सर,धनौरी,हरिद्वार शहर में मरीज मिलने के बाद कुल 19कंटेनमेंट जोन बनाते हुए सेनेटाइज किये जाने का कार्य तेज कर दिया गया है। मंगलवार को 52व्यक्तियों के सैम्पल जांच के लिए भेजे गये,इसके साथ ही अब तक करीब दो हजार लोगों के सैम्पल की जांच रिर्पोट का इंतजार है। मगलवार को जनपद में रैपिड जांच किट से 141लोगों की जांच की गई,जिनमें से चार एंटी बाॅडी पाॅजिटिव पाये जाने के बाद उनका आरटी पीसीआर जांच किया जाना शेष है। फिलहाल जनपद के विभिन्न फेसिलिटी केन्द्रों में राज्य के कुल 1100 व्यक्ति भर्ती है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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