हरिद्वार। विश्व आयुर्वेद परिषद द्वारा कोरोना वायरस से बचाव के लिए तैयार की गयी आयुर्वेदिक ओषधि का निरंतर निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। रविवार को जगजीतपुर में ओषधि वितरण करते हुए भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखण्ड के सदस्य डा.महेंद्र राणा ने बताया कि कोरोना महामारी को लेकर पूरे विश्व मे हाहाकार मचा हुआ है। इसकी अभी तक वैक्सीन नही बन सकी है। जिससे इसकी रोकथाम में मदद मिले। ऐसे में तो आयुष मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार आरोग्य संस्थान द्वारा हरिद्वार की जनता के लिए आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों द्वारा औषधि का निर्माण किया गया है। विभिन्न जड़ी बूटियों के मिश्रण से तैयार क्वाथ का काढ़े के रूप में नियमित रूप से सेवन करने रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। जिससे कोरोना वायरस से बचाव में काफी मदद मिलती है। उत्तराखण्ड संस्कृत अकादमी के उपाध्यक्ष डा.प्रेमचंद्र शास्त्री ने बताया की इस महामारी ने देश में ही नहीं अपितु पूरे विश्व में कोहराम मचा रखा है तथा इसका अभी तक कोई निश्चित इलाज नहीं ढूंढा जा सका है। ऐसे में रोग प्रतिरोधक बढ़ाने वाला क्वाथ का सभी को रोजाना सेवन अवश्य करना चाहिए। इस दौरान प्रोफेसर उत्तम कुमार, डा.विपिन अरोड़ा, समाजसेवी विश्वास सक्सेना भी मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment