हरिद्वार। कोरोना महासर्वे में सहयोग न करने की शिकायत पर एडीएम ने मोर्चा संभालते हुए लोगों से घर-घर जाकर सहयोग की अपील की। कहा कि महासर्वे उनके फायदे के लिए ही कराया जा रहा है ताकि कोरोना से प्रत्येक व्यक्ति को बचाया जा सके। इस दौरान उन्होंने महासर्वे में जुटी आंगनबाड़ी और आशाओं का भी उत्साहवर्धन किया। एडीएम केके मिश्रा ने बताया कि कुछ लोगों की ओर से शिकायत मिल रही थी कि महासर्वे में वह सहयोग नहीं कर रहे हैं। लोगों की ओर से डीएम के आदेश मांगे जा रहे हैं। वहीं, कुछ किरायेदार भी यह कहकर सर्वे में सहयोग नहीं कर रहे हैं कि वह तो किराये पर रह रहे हैं और बाहर के रहने वाले हैं, वह सर्वे में क्यों शामिल हों। सूचना मिलने पर एडीएम राजस्व व वित्त केके मिश्रा खुद महासर्वे कर रही टीम का उत्साह बढ़ाने देवपुरा और रेलवे कॉलोनी में पहुंचे। उन्होंने यहां लोगों के घर-घर जाकर सदस्यों से महासर्वे में सहयोग करने की अपील की। कहा कि कोरोना महासर्वे आप लोगों की सुरक्षा के लिए ही कराया जा रहा है। कहा कि आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सरकारी कर्मचारी हैं, जिससे उन्हें सरकारी कार्य के लिए ही पैसा दिया जाता है। यह कोरोना महासर्वे भी सरकारी कार्य के तहत ही वह कर रही हैं, इसलिए उन्हें कोई अन्य अलग से किसी के आदेश और आइडी की जरूरत नहीं है। कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि किरायेदारों का महासर्वे नहीं होना, यह गलत है सभी का महासर्वे होना है। इस दौरान उन्होंने महासर्वे कर रही आंगनबाड़ी और आशा को भी निर्देश दिए गए महासर्वे प्रपत्र में सभी जानकारी जुटाकर प्रविष्टियां भरें, ताकि प्रत्येक व्यक्ति की सही जानकारी प्रशासन के पास पहुंचने से आगामी कार्य भी ठीक ढंग से हो सके। कहा कि महासर्वे में उनकी लापरवाही भी किसी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कहा कि अगर लापरवाही सामने आई तो सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment