हरिद्वार। लॉकडाउन में 12 घंटे की छूट के बाद भी कई लोगो का रोजगार बंद है। ऐसे में उनके सामने आर्थिक परेशानी अभी भी बनी हुई है। इस प्रकार के जरूरतमंद लोगो को मेयर द्वारा कच्चा राशन वितरण किया जा रहा है। मेयर अनिता शर्मा के कृष्णा नगर स्थित कैम्प कार्यालय में दो दिन से अलग-अलग वार्डो के जरूरतमन्दों को राशन वितरण किया गया। मेयर ने बताया कि रोजाना 50 लोगो को कार्यालय से राशन दिया जा रहा। उक्त राशन भोले महाराज और माता मंगला देवी के द्वारा उपलब्ध करवाया गया है। उन्ही के आशीर्वाद से जरूरतमन्दों तक कच्चा राशन पहुँच रहा है। मेयर प्रतिनिधि अशोक शर्मा ने कहा कि जब तक हो सकेगा गरीब और जरूरतमन्दों की सेवा की जायेगी। प्रशासन द्वारा लॉकडाउन में छूट तो दी गयी। लेकिन कई परिवारो का कार्य अभी भी नहीं चल पा रहा है। जिसमे मध्यम वर्गीय परिवार भी शामिल हैं। जनता ने चुना है तो उनकी सेवा भी करनी पड़ेगी। उनके दुःख सुख में साथ खड़े रहना पड़ेगा। कार्यकर्ताओ द्वारा प्रत्येक वार्ड से लिस्ट बनाकर राशन वितरण किया जाता है। इस अवसर पर अमित राजपूत, नावेज अंसारी, सुनील कुमार, जगदीप असवाल, संगम शर्मा, प्रेम शर्मा, राजकुमार ठाकुर, सतेंद्र वशिष्ठ, गौरव शर्मा, दीपक उपाध्याय आदि उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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