हरिद्वार। चैंकिग के दौरान कांग्रेसी नेता को चैकी प्रभारी से उलक्षना महंगा पड़ गया,जब नेता को उसके भाई के साथ जेल जाना पड़ा। दरअसल थाना सिडकुल क्षेत्रान्गर्त रोशनाबाद में चेकिग के दौरान एक कांग्रेसी नेता और उसका भाई कोर्ट चैकी प्रभारी दिलबर सिंह कंडारी से उलझ गए। दोनों चैकी प्रभारी के साथ हाथापाई कर डाली। आरोप है कि ई-चालान मशीन भी क्षतिग्रस्त कर दी। पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने सहित अन्य धाराओं में दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। गिरफ्तारी के बाद दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से दोनों भाइयों को जेल भेज दिया गया। पुलिस के मुताबिक कोर्ट चैकी प्रभारी दिलबर सिंह कंडारी गुरुवार की रात करीब नौ बजे रोशनाबाद बैरियर पर लॉकडाउन का उल्लंघन कर बिना मास्क घूमने वालों की चेकिग कर रहे थे। उसी दौरान बाइक सवार गुरमीत निवासी आन्नेकी हेतमपुर को पुलिस ने रोका और हेलमेट न लगाने का कारण पूछते हुए गाड़ी के दस्तावेज मांगे। इस पर गुरमीत पुलिस से उलझ गया। पुलिस ने घर से कागज मंगाने को कहा तो उसने अपने भाई व किसान कांग्रेस के महामंत्री अमन को बुलाया। आरोप है कि अमन ने चैकी प्रभारी दिलबर कंडारी से और ज्यादा अभद्रता की। गाली-गलौच के बाद नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। तब सिडकुल थाने से पुलिस की गाड़ी बुलाई गई और पुलिसकर्मियों ने दोनों भाईयों को हिरासत में ले लिया। चैकी प्रभारी दिलबर कंडारी के हाथों पर नाखून से जख्म हो गए। मेडिकल कराने के बाद रात में ही दारोगा दिलबर कंडारी की ओर से दोनों भाईयों के खिलाफ लोक सेवक पर आपराधिक हमला, गाली गलौच कर धमकी देना, सरकारी कार्य में बाधा डालना, ई-चालान मशीन क्षतिग्रस्त करना और लॉकडाउन उल्लंघन करने जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। सिडकुल थानाध्यक्ष प्रशांत बहुगुणा ने बताया कि दोनों भाईयों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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