मृतकों का संस्कार हो जाने के बाद पता चला,मृतक थे कोरोना संक्रमित,
हरिद्वार। ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाइवे पर सड़क दुर्घटना में मारे गए ज्वालापुर के तीनों मृतक के कोरोना पॉजिटिव निकलने पर प्रशासन के हाथ-पांव फूलनेे लगे। आनन-फानन में अन्तिम संस्कार में शामिल लोगों की पहचान कर आइसोलेट किया जा रहा है। तीनों मृतकों का मंगलवार शाम को ही अंतिम संस्कार कर दिया गया था। स्वास्थ्य विभाग ने अंतिम यात्रा में शामिल लोगों को आइसोलेट कर गली को सील करने की तैयारी शुरू कर दी है। गत दिवस ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाइवे पर कौड़ियाला से दो किलोमीटर दूर एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। दुर्घटना में ज्वालापुर निवासी कार चालक और कार में सवार टिबड़ी निवासी एक युवक की मौके पर मौत हो गई थी। जबकि चालाक ससुर और भतीजा घायल हो गए था। वहीं चालक के ससुर ने रास्ते ने रास्ते में दम तोड़ दिया। एम्स ऋषिकेश में तीनों मृतकों की कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए गए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बेखबर बैठे रहे और मंगलवार शाम को कनखल श्मशान घाट पर शवों का दाह संस्कार कर दिया गया। इस दौरान अनभिज्ञ होने के चलते अंतिम संस्कार में शामिल लोगों ने कोई सुरक्षा नहीं बरती। तीनों लोगों के अंतिम संस्कार में 100 से भी अधिक लोग शामिल थे। जब सुबह स्वास्थ्य विभाग को मरीजों की जांच रिपोर्ट मिली तो अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। तीनों मरीज संक्रमित पाए गए। आनन फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम ज्वालापुर के गोल गुरुद्वारा और टिबड़ी पहुंची। इसके बाद अंतिम संस्कार में शामिल लोगों की सूची तैयार कर उनको होम आइसोलेट करने का काम शुरू कर दिया गया। अब तक अंतिम यात्रा में शामिल 70 लोगों को चिह्नित कर होम आइसोलेट किया गया है। वहीं कॉलोनियों में सेनेटाइजेशन भी किया जा रहा। दूसरी और शवों के संपर्क में आए लोगों के1 चिन्हीकरण की कार्रवाई पूरी होने के बाद क्षेत्र को पाबंद किया जाएगा। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.अजय कुमार के अनुसार जांच के दौरान मृतक कोरोना संक्रमित पाए गए। लेकिन जांच रिपार्ट मिलने से पहले ही संक्रमितों का अंतिम संस्कार किया जा चुका था। अंतिम यात्रा में शामिल सभी लोगों को आइसोलेट किया जा रहा है। सात दिन बाद सभी के सैंपल लिए जाएंगे।
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