हरिद्वार। कोरोना आपदा काल में मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत रविन्द्र पुरी गरीब, जरूरतमंदों व बेसहारों का सहारा बनकर उभरे हैं। श्रीमहंत का सेवा प्रकल्प 90 दिन से जारी है। पीएम केयर फंड से लेकर मुख्यमंत्री राहत कोष और शासन प्रशासन को आर्थिक सहायता भी श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने दिल खोलकर की है। लाॅकडाउन की घोषणा होने के बाद 25 मार्च से लगातार 50 हजार रुपये की लागत से रोजाना करीब डेढ़ हजार लोगों को भोजन खिला रहे हैं। शासन प्रशासन की मदद के लिए भी सबसे पहले श्रीमहंत रविंद्र पुरी आगे आए और 51 लाख की धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराते हुए कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को चेक सौंपा। 11 लाख रुपये का चेक अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह को सौंपा गया। इसके बाद जरूरतमंद लोगों को राशन पहुंचाने के लिए पांच लाख रुपये का चेक उन्होंने कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को दिया। लॉकडाउन में फंसे गुजरात के श्रद्धालुओं की मदद के लिए भी श्रीमहंत आगे आए और दो लाख रुपये नवरात्र में उनके फल, दूध व बिस्कुट आदि के लिए अपर मेला अधिकारी हरबीर सिंह को दिए। इतना ही नहीं उन्होंने हरिद्वार नगर निगम और शिवालिक नगर पालिका के 73 वार्डों में बांटने के लिए 11 हजार कुंतल राशन कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक को दिया। साथ ही 50 कुंतल राशन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों को दिया गया। हरिद्वार जिले की चारों तहसील हरिद्वार, रुड़की, लक्सर और भगवानपुर को दो हजार राशन किट देने के साथ-साथ सुबह-सुबह अखबार बांटने वाले कर्मयोगियों को भी राशन उपलब्ध कराया गया। लॉकडाउन में सेवा कार्यों के लिए सरकार की ओर से बनाई गई सिविल सोसायटी के अध्यक्ष होने के नाते श्रीमहंत रविन्द्र पुरी लगातार लोगों से पीएम केयर फंड और मुख्यमंत्री राहत कोष में आर्थिक सहयोग देने की अपील कर रहे हैं। कोरोना आपदा की घड़ी में उनके सेवा प्रकल्प तमाम सामाजिक धार्मिक संस्थाओं को प्रेरणा दे रहे हैं। सेवा प्रकल्प को 90 दिन पूरे हो चुके हैं। श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने बताया कि सेवा कार्य जारी रहेंगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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