हरिद्वार। क्षेत्र में आवारा पशुओं के लगातार सड़को,बाजारों में घूमने से नाराज प्रदेश व्यापार मंडल (चैधरी) के महानगर प्रवक्ता अनुज गुप्ता के नेतृत्व में भीमगोड़ा व्यापार मंडल के व्यापारियों ने नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन किया। महानगर अध्यक्ष मयंक मूर्ति भट्ट ने कहा कि भीमगोड़ा क्षेत्र के अंतर्गत आवारा पशुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। सड़कों पर इन पशुओं के घूमने से आए दिन दुर्घटना हो रही है। साथ ही यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। निगम के अधिकारियों का कहना है कि नगर निगम अगर किसी आवारा पशु को पकड़ता है और उसे लेने के लिए पशु का मालिक आता है तो उसे प्रतिदिन रखने के हिसाब से जुर्माना लिया जाता है। जुर्माना बहुत ही मामूली रकम है। इसलिए पशु मालिक लापरवाह बने हुए हैं। प्रवक्ता अनुज गुप्ता ने कहा कि जिन पशु पालकों के पशु सड़कों पर घूमते दिखे उन पर जुर्माने के साथ प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत भी कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही नगर निगम आवारा पशुओं को लेकर जुर्माना राशि को भी बढ़ाए। जिला कोषाध्यक्ष अजय अरोड़ा व भीमगोड़ा कोषाध्यक्ष अजय गिरी ने कहा कि हरिद्वार की सड़कों पर आवारा पशुओं को घूमते देखा जा सकता है। व्यापारी पंकज सुखीजा व राजकुमार राजपूत ने कहा कि आवारा पशुओं के कारण आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शन करने वालों में महानगर सचिव शेखर गोस्वामी, गोपाल जैन, संदीप अग्रवाल, मनीष जैन, सुरेंद्र कुमार, राहुल अग्रवाल, विवेक गर्ग, पारस जैन, राजेंद्र प्रसाद पांडे, राजीव जैन, निर्मल चैहान, अंकुर शर्मा, प्रणय कुमार, संतोष गुप्ता, शांति स्वरूप पांडे, राजीव गुप्ता, गुड्डू श्रीवास्तव आदि व्यापारी शामिल थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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