हरिद्वार। देशरक्षक तिराहे मार्ग की खस्ता हालत होने से वाहन चालकों को भारी सुविधा का सामना करना पड़ रहा है। सड़क पर पत्थर फैले हुए हैं। सड़क के गड्ढे आये दिन दुर्घटनाओं को न्यौता दे रहे हैं। तिराहे का हालत बद से बदतर हो चली है। क्षेत्र के लोग सड़क निर्माण की मांग काफी समय से करते चले आ रहे हैं लेकिन निर्माण कार्य अधर लटके हुए है। जगजीतपुर का यह मार्ग 24 घंटे छोटे-बड़े वाहनों से पटा रहता है लेकिन जन प्रतिनिधि एवं प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। सड़क के गड्ढे लोगों के लिए दिक्कतों का सबब बनी हुई है। कांगे्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता सुनील अरोड़ा ने कहा कि भाजपा के जन प्रतिनिधि विकास कार्यों में कोई रूचि नहीं ले रहे हैं। जनता की समस्याओं से उनका कोई लेना-देना नहीं है। हाइवे से लेकर समस्त हरिद्वार की सड़कें खुदी हुई है लेकिन निर्माण कार्यों में कोई भी तेजी नहीं आ पा रही है। सड़क के गड्ढे नासूर बन गये है। बाहर से आने वाले वाहन चालक भी सड़कों की खस्ता हालत से खासे परेशान है। हाइवे मार्ग अधर में लटका हुआ है। कुम्भ मेला सर पर है लेकिन निर्माण कार्यों में किसी भी प्रकार की कोई तेजी नहीं आ रही है। सुनील अरोड़ा ने कहा कि शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, हरिद्वार सांसद डाॅ. रमेश पोखरियाल निशंक धर्मनगरी की जनता की समस्याओं की अनदेखी कर रहे हैं। राज्य की त्रिवेन्द्र सरकार जन समस्याओं के निराकरण में पूरी तरह से फेल साबित हो रही है। उन्हांेने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है। धर्मनगरी की सड़कें जगह-जगह खुदी पड़ी है। आम जनमानस सड़कों की निर्माण की मांग काफी अर्से से करता चला रहा है लेकिन कोई भी इसकी सुध लेने को तैयार नहीं है। कोरोना संक्रमण लगातार फैल रहा है। डंेंगू का प्रकोप भी बना हुआ है। स्वास्थ्य सेवाएं भी बदहाल है। सरकारी अस्पतालों में लोगों को सही उपचार नहीं मिल रहा है। सुनील अरोड़ा ने कहा कि मूलभूत सुविधाओं से हरिद्वार की जनता वंचित हो रही है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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