हरिद्वार। जनपद में कोरोना का संक्रमण की रफ्रतार तेजी से जारी है। गुरूवार को 90नये कोविड19 कोरोना संक्रमितों की पहचान की गयी। इसके साथ ही जनपद में संक्रमितों की संख्या चार हजार को पार कर गयी। 35 लोगों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया। फिलहाल जनपद में 3755लोगों के सैंपल की जांच रिर्पोट आना बाकी है।गुरूवार को 1350लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गये। दूसरी ओर जनपद में कटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 321 हो गयी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार गुरूवार को 90 नये कोविड19 मरीज की पहचान की गयी। इसके साथ ही जनपद में कोरोना से संक्रमितों की संख्या चार हजार को पार करते हुए 4048 हो गयी । जनपद से अब तक 59729 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गये,जिनमें से 54801 लोगों की जांच रिर्पोट आई है,इनमें से 50753 नेगेटिव,4048पाॅजिटिव के अलावा 3755 लोगों के सैंपल की जांच रिर्पोट का इंतजार है। जनपद में कटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 321 हो गयी है।गुरूवार को हरिद्वार शहर से 19,बहादराबाद क्षेत्र से 51,रूड़की क्षेत्र से 18 तथा भगवानपुर से दो मरीजों की पहचान की गयी।लेकिन खास बात यह है कि 28ऐसे संक्रमित मरीज की पहचान भी हुई,जिनसे सम्पर्क नही हो पाया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment