हरिद्वार। वरिष्ठ व्यापारी नेता डा.नीरज सिंघल के नेतृत्व में खस्ता हाल हो चुके स्वास्थ्य विभाग और सत्ता के नशे में चूर प्रदेश सरकार को जगाने के लिए व्यापारियों ने डमरू बजाकर प्रदर्शन किया। गोरक्षनाथ व्यापार मण्डल के पूर्व अध्यक्ष संजय त्रिवाल ने कहा कि जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को ग्रहण लग चुका है। जिला अस्पताल सिर्फ रेफर सेंटर बन कर रह गया है। जब प्रदेश के मुखिया खुद स्वास्थ्य विभाग देख रहे हो तो इससे ज्यादा शर्म की बात क्या हो सकती है। हरिद्वार जिले की जनता को अभिशाप है कि छोटी से भी छोटी बीमारियों के लिए भी आम नागरिक प्राइवेट हॉस्पिटलों में इलाज कराने तथा मोटे मोटे बिलों का भुगतान करने के लिए मजबूर हैं। व्यापारी नेता राहुल शर्मा ने कहा कि सिर्फ घोषणा करने से समस्याओं का समाधान नहीं होता। अभी हाल ही में व्यापार मण्डल के संरक्षक व्यापारी का डेंगू से निधन हुआ है। इससे व्यापारियों में काफी आक्रोश है। डा.नीरज सिंघल ने कहा कि शहर में हो रहे गढ्डों से आम जनता त्रस्त हो चुकी है। डेंगू से तभी लड़ना सम्भव है जब हम पानी से भरे गढ्डों से निजात मिल सके। राजनीतिक दलों के नेता भी मदद करने को तैयार नही है। शनिवार रविवार के लॉकडाउन का अब तक कोई फायदा देखने को नहीं मिला। व्यापारी नेताओं और निजी संस्थाओं ने अपने खर्चे पर पूरे क्षेत्रों को सैनिटाइज करायां इसमें प्रदेश सरकार का योगदान सिर्फ शून्य रहा। गोरक्षनाथ व्यापार मण्डल के महामंत्री विशाल गोस्वामी व राजू बक्शी ने कहा कि खस्ता हाल हो चुकी स्वास्थ्य सेवाएं अगर सुचारू रूप से शुरू नहीं होती तो मजबूर होकर हमे घर घर जाकर बेकाबू हो चुकी व्यवस्था के खिलाफ अलख जगानी पड़ेगी। रेफर सेंटर बन चुका जिला अस्पताल जब तक लाइन पर नहीं आयेगा और समन्धित डॉक्टर्स स्टाफ अपनी जिम्मेदारी नहीं समझेंगे जब तक इस जन आंदोलन को जारी रखा जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में राजेन्द्र जैन, सागर सक्सेना, विकास तंत्रीवाल, अमन त्रिवाल, गोपाल दास, गगन, सचिन त्रिवाल, गुगलानी, सूरज कुमार, दिनेश कुकरेजा, मुकेश कुमार, महिंदर कुमार, विशाल महेश्वरी, राजेश अग्रवाल, ऋषभ गोयल, छविकान्त, नितिन, अमन कुमार, सुनील कुमार, सतीश, बाबू चैहान आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment