हरिद्वार। राज्यसभा के पूर्व सदस्य वरिष्ठ पत्रकार ऑल इंडिया न्यूज पेपर एडिटर्स कांफ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष देशबंधु गुप्ता की अस्थियां आज वैदिक विधि विधान के साथ हरिद्वार के वीआईपी घाट में गंगा में विसर्जित की गई। उनके भतीजे राजीव गुप्ता ने अस्थि विसर्जन की क्रिया को संपन्न कराया ।उनके पुरोहित विनय झा के दिशा निर्देशन में पंडित बबलू गुरू ने अस्थि विसर्जन कार्यक्रम को वैदिक विधि विधान के साथ संपन्न किया। 93 साल की उम्र में दिल्ली में 21 जून को उनका निधन हो गया था। वे प्रेस क्लब ऑफ इंडिया दिल्ली के संस्थापक थे ।वे 6 साल तक प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य रहे ।हवा में उड़ने वाले बैलून को वे भारत में लेकर आए थे और उसकी प्रतियोगिता ही उन्होंने शुरू करवाई थी। वे बैलूनिक क्लब ऑफ इंडिया के संस्थापक अध्यक्ष थे। इस अवसर पर प्रेस क्लब हरिद्वार के अध्यक्ष दीपक नौटियाल, प्रेस क्लब के पूर्व महामंत्री अमित कुमार गुप्ता ,नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप चैधरी ,वरिष्ठ कांग्रेसी नेता विकास चैधरी, विमल चैधरी ,जिला कांग्रेस अध्यक्ष संजय अग्रवाल ,नगर निगम हरिद्वार में नेता प्रतिपक्ष सुनील कुमार अग्रवाल गुड्डू ,समाजसेवी रवीश भतीजा ,अनिल अरोड़ा ,आदित्य चैधरी, कपिल चैधरी समेत कई लोगों ने अस्थि कलश पर पुष्पांजलि अर्पित की और देश बंधु गुप्ता को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। प्रेस क्लब हरिद्वार के अध्यक्ष दीपक नौटियाल ने कहा कि विश्व बंधु गुप्ता एक महान पत्रकार थे जिन्होंने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया नई दिल्ली की स्थापना में मुख्य भूमिका निभाई थी। इससे पूर्व आज सुबह देश बंधु गुप्ता का अस्थि कलश दिल्ली से उनके भतीजे राजीव गुप्ता ,भांजे डॉक्टर शिशिर नारायण, निजी सचिव अनिल चोपड़ा ,शत्रुघन यादव, दीपक संजय सरदाना हरिद्वार वीआईपी घाट लेकर पहुंचे। जहां गंगा के तट पर अस्थि विसर्जन क्रिया संपन्न कराई गई और ननिहाल में आज उन्हें अंतिम विदाई दी गई।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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