हरिद्वार। पूर्वांचल बिहार महासभा की संयुक्त बैठक निर्मला छावनी में पूर्वांचल बिहार महासभा के चंद्रकांत पांडे के नेतृत्व में व दिनेश पांडे के संयोजन में दिनेश पांडे के आवास पर की गई। बैठक में पूर्वांचल बिहार महासभा की उत्तराखंड में भावी रणनीतियों को लेकर चर्चा हुई एवं प्रदेश कार्यकारिणी का गठन किया गया। बैठक में सर्वसम्मति से शशी भूषण पांडे को प्रदेश अध्यक्ष तथा विमला पांडे को महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। नवनियुक्त पदाधिकारियों का फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया। चंद्रकांत पांडे ने बताया कि बैठक में सरस्वती मंदिर का निर्माण पर सर्व समिति से पारित किया गया। जल्द ही सरस्वती मंदिर का निर्माण किया जाएगा। नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष विमला पांडे ने कहा कि पूर्वांचल बिहार महासभा के पदाधिकारी जल्द कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक से मुलाकात कर पूर्वांचल घाट बनवाने की मांग करेगा। जल्द ही प्रदेश कार्यकारिणी एवं जिला कार्यकारिणी व वार्ड कार्यकारिणी की घोषणा कर दी जाएगी। हर महीने एक बैठक रखने का प्रस्ताव भी पास किया गया। सर्व समिति से निर्णय लिया गया है कि आने वाले 2 अक्टूबर को पूर्वांचल बिहार महासभा का भव्य सम्मेलन किया जाएगा। जिसमें समस्त पूर्वांचल व बिहार वासी उत्तराखंड में रहने वाले लोगों को इस सम्मेलन में आमंत्रित किया जाएगा। दिनेश पांडे ने कहा कि पूर्वांचल बिहार महासभा के लिए एक धर्मशाला बनवाने की रणनीति पर भी विचार किया जाएगा। संरक्षक विकास तिवारी व वीरेंद्र तिवारी ने कहा कि जल्द ही हरिद्वार विधानसभा में युवा विंग महिला विंग का भी गठन किया जाना है। पूर्वांचल सम्मेलन में सभी को एक मंच पर लाने का काम किया जाएगा। बैठक में मुख्य रूप से संतोष पांड,े मनोज पांडे, गार्गी राय, कौशल पांडे, अजीत कुमार, सुरेंद्र मिश्रा, इष्ट देव सोनी, धर्मेंद्र पांडे, मनीष कुमार, प्रदीप सिंह, शैलेंद्र सिंह, प्रीतम सिंह, अनिरुद्ध पांडे, अजय पांडे, राहुल कुमार, चंदन पांडे, अनिल पांडे आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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