हरिद्वार। निर्मल गणपति संघ ने कोरोना महामारी के चलते इस वर्ष 11वां गणपति महोत्सव को सादगी के साथ मनाया। पूर्व में 10 वर्षों तक भगवान गजानंद का सुंदर पंडाल और प्रतिदिन भगवान की भजन संध्या और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम निर्मल गणपति संघ की तरफ से आयोजित होते थे। लेकिन इस बार कोरोना महामारी के कारण शासन-प्रशासन के निर्देशानुसार भगवान को मनोकामना महाकाली मंदिर में स्थापित कर भगवान गजानन गणपति की पूर्ण विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जा रही थी। निर्मल गणपति संघ के समस्त साथियों, निर्मला सराय, गरीब दास आश्रम एवं निरंजनी अखाड़ा के गणपति परिवारों ने बहुत ही सादगी से सूक्ष्म शोभायात्रा निकालते हुए भगवान श्रीगणेश प्रतिमा को ओम पुल घाट पर विसर्जन के लिए ले जाकर पूजा, अर्चना आरती के उपरान्त विसर्जित किया गया। इस अवसर पर गणपति संघ के संयोजक रमेशचंद्र जोशी, नरेश शर्मा, टीटू, अनिल कुमार अरोड़ा एवं निर्मल गणपति संघ के अध्यक्ष राजू मनोचा, कार्यवाहक अध्यक्ष जॉनी अरोड़ा, महामंत्री सुनील मनोचा, नीरज जैन, कोषाध्यक्ष संजय तनेजा, हरीश खत्री, मोनू वर्मा तथा मीडिया प्रभारी मोहन सिंह, वरिष्ठ सलाहकार सोहन सिंह, शशि शर्मा, बीना भाटिया, विमला, आरती, पूजा मनोचा, काजल, प्रेरणा, ममता, नेहा सचदेवा, संतोष, नंदिनी शर्मा, गुड़िया, भावना, उपासना, तानिया, इशिका रितिका, आदि समेत छोटे-छोटे बच्चों ने शोभायात्रा में भाग लिया। संघ के उपाध्यक्ष अरविंद अग्रवाल कुच्छल, पंकज अहूजा, राहुल ने प्रसाद वितरण में सहयोग प्रदान किया तथा वैदिक विद्वत ब्राह्मण सुधीर शर्मा ने भगवान श्रीगणेश की पूर्ण विधि-विधान से पूजा पाठ सम्पन्न कराया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment