हरिद्वार। बीएचईएल अनुसूचित जाति इम्पलाईज वैलफेयर एसोसिएशन द्वारा संचालित डा.भीमराव अंबेडकर शिक्षा सहभागिता कार्यक्रम के तत्वाधान में अंतर्राष्टीय मानवाधिकार काउंसिल द्वारा कोरोना के खिलाफ संघर्ष में योगदान करने वाले सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों व पत्रकारों को कोरोना योद्धा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इस दौरान शिक्षा सहभागिता कार्यक्रम में शिक्षा ग्रहण कर रहे प्रतिभाशाली बच्चों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि काउंसिल के उत्तराखण्ड प्रभारी मेहताब हुसैन जैदी ने कहा कि भेल अनुसूचित जाति इम्पलाईज वेलफेयर एसोसिएशन शिक्षा सहभागिता कार्यक्रम के जरिए गरीब, असहाय परिवारों के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान कर शिक्षा के क्षेत्र में अहम योगदान कर रही है। भेल के पूर्व महाप्रबंधक आरयू प्रसाद व पूर्व अपर महाप्रबंधक आरएल व्यास ने कहा कि सभी वर्गो के बच्चों को समान रूप से शिक्षा के अवसर प्राप्त होने चाहिए। शिक्षित समाज ही राष्ट्र की उन्नति में अपना योगदान दे सकता है। उन्होंने कोरोना काल में सामाजिक क्षेत्र में अपना योगदान देने वाले पत्रकारों व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों की भी सराहना की। बीएचईएल एससी इम्पलाईज वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कटारिया, महासचिव मंजीत सिंह, कोषाध्यक्ष सोमपाल सिंह ने कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह जनसेवा समाजोत्थानम में मील का पत्थर साबित हो रही है। उन्होंने कोरोना काल में समाज को अपनी लेखनी के माध्यम से जागरूक करने में दीपक मौर्य, ज्ञानप्रकाश पाण्डे, शिवा अग्रवाल, तनवीर अली, नवीन, सुनील कुमार आदि पत्रकारों के योगदान की प्रशंसा की। सम्मानित होने वाले मेधावी बच्चों में अर्चना, अनुराधा, बबली, ईशा, संजना, दीपाली वर्मा, अनुराधा, खुशी आदि शामिल रहे। रणवीर सिंह चैेधरी व देवेंद्र सिंह ने बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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