हरिद्वार। दो दिन शतकीय बढ़त के बाद मंगलवार को कोविड19 यानि कोरोना संक्रमण की रफ्रतार में थोड़ी कमी आई। मंगलवार को जनपद में कोरोना संक्रमण के 60नये मरीजों की पहचान की गयी। जबकि 70 कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया। अभी भी करीब दो हजार सैंपल की जांच रिर्पोट का इंतजार है। मंगलवार को कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस 293 का विभिन्न कोविड अस्पताल में उपचार जारी है। वही कटेनमेंट जोन की संख्या 275 हो गयी है। मंगलवार को 60नये कोरोना मरीजों के साथ ही जनपद में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8483 हो गयी । जबकि 2040 लोगों के कोविड जांच के लिए सैंपल भेजे गये। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अनुसार मंगलवार तक जनपद में 108974 लोगों के सैंपल कोविड जांच के लिए भेजे गये,जिनमें से 107007 लोगों के सैंपल की जांच रिर्पोट प्राप्त हुई है,जिनमें से 96304 नेगेटिव,8483पाॅजिटिव तथा 1967सैंपल की जांच रिर्पोट का इंतजार है। मंगलवार को जनपद में कटेनमेंट जोन की संख्या घटकर 275 हो गयी। मंगलवार को हरिद्वार शहरी क्षेत्र से 15,बहादराबाद क्षेत्र से 25,रूड़की से 14 के अलावा भगवानपुर क्षेत्र से 2 व नारसन क्षेत्र से 1 पाॅजिटिव मरीजों की पहचान की गयी। इनमें तीन पुलिसकर्मी,दो स्वास्थ्य कर्मी के अलावा एक रेलवे कर्मचारी भी शामिल है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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