हरिद्वार। बागरौ नदी (सूखी नदी) के पुल निर्माण के चलते पानी की लाईन के स्थानान्तरण के कारण विगत एक सप्ताह से उत्तरी हरिद्वार के खड़खड़ी व भूपतवाला में पानी की भारी किल्लत हो रही है। मरम्मत के कार्य के बावजूद इन्द्रा बस्ती, कैलाश बस्ती, पावनधाम मार्ग पर पानी की आपूर्ति विगत 5 दिनों से ठप्प पड़ी है। पानी न आने से आक्रोशित इन्द्रा बस्ती, कैलाश गली की महिलाओं ने भाजपा नेता दीपांशु विद्यार्थी के नेतृत्व में सूखी नदी के पुल पर विरोध प्रदर्शन कर पानी की आपूर्ति बहाल करने की मांग की। भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी, दीपांशु विद्यार्थी ने तत्काल शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक को पेयजल की समस्या से अवगत कराया। शहरी विकास मंत्री के निर्देश पर जल संस्थान के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। अनिरूद्ध भाटी ने आक्रोशित महिलाओं को शांत कराते हुए जल संस्थान के अधिकारियों से अतिशीघ्र जल आपूर्ति बहाल करने की मांग की। पार्षद अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि जल संस्थान की हठधर्मिता के कारण उत्तरी हरिद्वार में पानी की किल्लत बढ़ गयी है। जहां सूखी नदी में पानी की पाईप लाईन स्थानान्तरण के कारण खड़खड़ी, इन्द्रा बस्ती, कोरा देवी काॅलोनी, पावनधाम मार्ग, दुर्गानगर, कैलाश गली एवं मुखिया गली में पानी की किल्लत हो रही है। वहीं विगत दिवस निष्काम सेवा ट्रस्ट के सामने लोक निर्माण विभाग की जेसीबी ने पानी की मेन राइजिंग लाईन को क्षतिग्रस्त कर दिया है। जिस कारण क्षेत्र में पानी की आपूर्ति बंद पड़ी है। उन्होंने मौके पर पहुंचे जल संस्थान के एई विपिन चैहान व अन्य कर्मचारियों को शीघ्र लाईन की मरम्मत कर जल आपूर्ति प्रारम्भ करने की मांग की। विरोध प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से महंत देवेन्द्र गिरि, शीला त्रिपाठी, सुमनलता शर्मा, गीता सरीन, हिमांशु सरीन, राकेश, मनोज, विजय आर्य, ललित सचदेवा, विवेक, सोनू पंडित, दिनेश शर्मा, रूपेश शर्मा, सावित्री, अनीता, सरोज, विदया, लता, कुसुम, उमेश तिवारी, नीरज शर्मा, ओम अरोड़ा समेत भारी संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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