हरिद्वार। श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े के वरिष्ठ संत स्वामी मुक्तानंद का गुजरात के जूनागढ़ गिरिनार में ब्रहमलीन हो जाने से 15अक्टूबर को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की होने वाली बैठक स्थगित कर दी गयी है। वही अखाड़ा परिषद के महामंत्री व अखाड़ा के अन्र्तराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत स्वामी हरि गिरि महाराज गिरिनार गुजरात के लिए रवाना हो गये है। यह जानकारी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत स्वामी हरिगिरि महाराज ने दी। उन्होने बताया कि जूनागढ़ गिरिनार कमंडल कुण्ड श्री दत्ता महाराज चरणपादुका के गादीपति श्रीमहंत मुक्तानंद गिरि महाराज सोमवार दोपहर में ब्रहमलीन हो गए। जैसे ही उनके ब्रहमलीन होने की सूचना अखाड़े को मिली,संतो में शोक छा गया। अखाड़ा के संतो ने दुःख जताया। अखाड़ा के अन्र्तराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत स्वामी हरिगिरि व अन्र्तराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरि महाराज सहित विभिन्न महंतो,संतो व साधुओं ने स्वामी मुक्तानंद के ब्रहमलीन होने पर गहरा शोक जताते हुए इसे अखाड़े के लिए व्यापक क्षति बताया। ब्रहमलीन होने की सूचना मिलते ही श्रीमहंत स्वामी हरिगिरि महाराज जूना गढ़ गिरिनार के लिए रवाना हो गये। दूसरी ओर जूना अखाड़ा के संत के ब्रहमलीन होने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की वृन्दावन में होने वाली महत्वपूर्ण बैठक स्थगित कर दी गयी है। इस बैठक में हरिद्वार में होने वाले कुम्भ 2021 पर व्यापक चर्चा के अलावा अन्य कई महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा उपरांत निर्णय पारित किया जाना था।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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